Pegasus Spyware: ममता सरकार का बड़ा फैसला, आयोग का गठन कर अब जासूसी कांड की होगी जांच
पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने पेगासस जासूसी कांड को लेकर एक आयोग का गठन कर दिया है। जो इस मामले की जांच करेगा। ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है।;
संसद में पेगासस स्पाइवेयर मामले पर जोर शोर से हंगामा होगा रहा है। अब पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने पेगासस जासूसी कांड को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने इस जासूसी कांड की जांच के लिए आयोग का गठन कर दिया है। पेगासस स्पायवेयर के जरिए बड़ी-बड़ी हस्तियों का नाम सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेगासस स्पायवेयर मामले में कई बड़ी हस्तियों का नाम आने के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फैसला लेते हुए इस मामले की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया है। सोमवार को सीएम ममता की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई। मंत्रिमंडल की अहम बैठक में यह विशेष आयोग गठित किया गया है। जिसकी जांच रिटायर्ड जज करेंगे।
मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमने सोचा था कि इस जासूसी कांड को लेकर केंद्र सरकार कोई बड़ा एक्शन लेगी। या तो आयोग का गठन किया जाएगा या फिर कोर्ट की निगरानी में जांच होगी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। जिसके बाद हमने फैसला किया है कि अब इस मामले की जांच एक आयोग के द्वारा की जाएगी।
ममता सरकार ने जांच आयोग का गठन करने के बाद जस्टिस भट्टाचार्य नियुक्त किया है, जो इस गठन के अध्यक्ष होंगे। साथ ही ममता बनर्जी ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप भी लगाए। सीएम बनर्जी कहा कि सरकार ने पेगासस स्पाइवेयर के जरिए जिनको निशाना बनाया गया है, उस लिस्ट में बंगाल के भी कई हस्तियां हैं। केंद्र सबकी जासूसी करवा रही है। ऐसे में जिन लोगों की अवैध रूप से जारूसी करवाई गई है, आयोग अब उनकी पूरी जानकारी का पता लगाएगा। मोदी सरकार पर आरोप है कि उसने 300 से ज्यादा भारतीय लोगों की जासूसी करवाई है, जिसमें नेता, जज, पत्रकार जैसे दिग्गज लोग शामिल हैं।