PM-CARES for Children Scheme : कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की मदद करेगी मोदी सरकार, ये हैं बड़ी घोषणाएं

भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हुई तबाही के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के कार्यकाल के 2 साल पूरे होने की वर्षगांठ पर एक बड़ी घोषणा की।;

Update: 2021-05-29 16:36 GMT

भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हुई तबाही के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के कार्यकाल के 2 साल पूरे होने की वर्षगांठ पर एक बड़ी घोषणा की। प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से इन बच्चों को मदद देने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत केंद्र सरकार ने कोरोना काल में अपने माता पिता और अभिभावकों को खोने के बाद अनाथ हुए बच्चों के लिए मासिक सहायता  राशि और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपए का फंड देने की घोषणा की है।

सरकार के कार्यकाल की दूसरी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर पीएम मोदी ने शनिवार को कोरोना काल में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए 10 लाख रुपये का कोष सुनिश्चित करना, उनकी शिक्षा शामिल है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए पीएम-केयर योजना के तहत समर्थन दिया जाएगा।

पीएमओ ने एक बयान में कहा कि ऐसे बच्चों के नाम पर सावधि जमा खोला जाएगा और पीएम-केयर्स फंड विशेष रूप से डिजाइन की गई योजना के माध्यम से प्रत्येक के लिए 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। 18 वर्ष की आयु तक पहुँच जाता है तो उच्च शिक्षा की अवधि के दौरान व्यक्तिगत आवश्यकताओं की देखभाल के लिए अगले पांच वर्षों के लिए मासिक वित्तीय सहायता या वजीफा दिया जाएगा।

इसके साथ ही इम्पलॉई डिपॉज़िट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम (EDLI) के तहत कर्मचारी को मिलने वाले इंश्योरेंस को बढ़ा दिया गया है। पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और सरकार उन्हें समर्थन और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी। ताकि वे मजबूत नागरिक के रूप में विकसित हों और उनका भविष्य उज्ज्वल हो। पीएम ने कहा कि ऐसे कठिन समय में हमारा कर्तव्य है, एक समाज के रूप में अपने बच्चों की देखभाल करना और एक उज्ज्वल भविष्य की आशा जगाना।

वहीं दूसरी तरफ आज तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी कोरोना काल में अपने माता-पिता को खोने वाले अनाथ बच्चों के लिए 5,00,000 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले अनाथ बच्चों की परवरिश और पढ़ाई का खर्च सरकार उठाने उठाएगी। 

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