PM Modi का अनोखा अंदाज: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने वाले मजदूरों का किया सम्मान, साथ बैठकर खाया खाना, देखें वीडियो
काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Corridor) के नए परिसर का उद्घाटन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन मजदूरों से मुलाकात की, जिन्होंने कॉरिडोर बनाने में अहम भूमिता निभाई।;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने वाराणसी (Varanasi) में काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Corridor) के नए परिसर का उद्घाटन किया। इससे पहले यहां एक नया नजारा देखने को मिला। पीएम मोदी अचानक कॉरिडोर बनाने वाले मजदूरों से मिलने पहुंचे। इन सभी ने नए परिसर की सीढ़ियों पर बैठकर पीएम मोदी से बातचीत की और एक फोटो भी खींचवाई। करीब 10 मिनट तक उन पर फूल बरसाते रहे। पीएम उनके साथ सीढ़ी पर ही बैठे थे। पीएम मोदी के साथ सीएम योगी ने भी इन मजदूरों के साथ एक जगह पर बैठक खाना खाया।
पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की और गंगा नदी में डुबकी लगाई। वहां से वे काशी विश्वनाथ मंदिर में पवित्र गंगा जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करने आए। इन सबके बीच प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर पहले फूल बरसाए और बाद में उनके साथ भोजन किया। इसके लिए खुद प्रधानमंत्री की काफी तारीफ हो रही है। यहां काम कर रहे मजदूर प्रधानमंत्री के साथ खाना खाकर काफी खुश हैं। उनका कहना है कि हमने सपने में भी नहीं सोचा था कि हम प्रधानमंत्री के साथ खाना खाएंगे।
बता दें कि हालांकि यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री ने ऐसे कामों में लगे मजदूरों को सम्मानित किया हो। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण में करीब 2300 मजदूर लगे हुए थे और आज वह कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने जब कर्मचारियों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं तो उनके चेहरे खिल उठे।
#WATCH | Varanasi: PM Narendra Modi along with CM Yogi Adityanath had lunch with the workers involved in construction work of Kashi Vishwanath Dham Corridor. pic.twitter.com/XAX371ThEw
— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हर-हर महादेव के नारे लगाए और प्रधानमंत्री का आभार भी जताया। पीएम मोदी ने वाराणसी के अस्सी घाट पर स्वच्छता अभियान में लगे सफाई कर्मियों के पैर धोकर उनका आशीर्वाद लिया था। काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लगभग पांच लाख वर्ग फीट के क्षेत्र में फैली हुई है और गंगा नदी को काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ती है और इसके अलावा भक्तों के लिए कई सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।