पीएम मोदी बोले- विश्व स्तर पर लोग एक सशक्त और मजबूत भारत देखना चाहते हैं, पढ़ें पूरी स्पीच
बजट स्पीच (Budget Speech) में पूरा बजट संभव नहीं होता है क्योंकि बजट में बहुत बड़ा दस्तावेज होता है, बारीकियां होती हैं और सदन में ये सब बोलना संभव भी नहीं होता है।;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज बजट (Budget) और आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) को लेकर देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कल निर्मला जी ने बहुत ही खूबसूरती से, बहुत ही अच्छे ढंग से बजट के कुछ पहलुओं को हमारे सामने रखा है। बजट स्पीच (Budget Speech) में पूरा बजट संभव नहीं होता है क्योंकि बजट में बहुत बड़ा दस्तावेज होता है, बारीकियां होती हैं और सदन में ये सब बोलना संभव भी नहीं होता है। इस समय 100 साल में आई सबसे बड़ी वैश्विक महामारी से देश लड़ रहा है। कोरोना का ये कालखंड दुनिया के लिए अनेक चुनौतियां लेकर आया है। दुनिया उस चौराहे पर आकर खड़ी हो गई है, जहां टर्निंग प्वाइंट निश्चित है। आगे जो दुनिया जो हम देखने वाले हैं, वो वैसी नहीं होगी, जैसी कोरोना से पहले थी।
यह समय नई आकांक्षाओं को पूरा करने का है। जरूरी है कि भारत आत्मनिर्भर बने और उस स्तम्भ पर आधुनिक भारत का निर्माण हो। विश्व स्तर पर लोग एक सशक्त और मजबूत भारत देखना चाहते हैं। हमारे लिए यह जरूरी है कि हम अपने देश को तीव्र गति से आगे ले जाएं और इसे कई क्षेत्रों में मजबूत करें। वर्ष 2013-14 में भारत का एक्सपोर्ट 2 लाख 85 हजार करोड़ रुपये होता था। आज भारत का एक्सपोर्ट 4 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का आसपास पहुंचा है। भारत को आधुनिकीकरण की राह पर ले जाने के लिए इस बजट में कई कदम हैं। पिछले 7 वर्षों में लिए गए निर्णय भारतीय अर्थव्यवस्था को लगातार बढ़ा रहे हैं। 7-8 साल पहले भारत की जीडीपी 1.10 लाख करोड़ रुपए थी। आज हमारी जीडीपी करीब 2.3 लाख करोड़ रुपये है।
यह बजट गरीबों, मध्यम वर्ग और युवाओं पर केंद्रित है और इसका उद्देश्य उन्हें बुनियादी जरूरतें मुहैया कराना है। हमारी सरकार मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति पर काम कर रही है। भाजपा सरकार के प्रयासों से आज देश में करीब-करीब 9 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचने लगा है। इसमें से करीब-करीब 5 करोड़ से ज्यादा पानी के कनेक्शन, जल जीवन मिशन के तहत पिछले 2 वर्ष में दिए गए हैं। बजट में घोषणा की गई है कि इस साल करीब 4 करोड़ ग्रामीण घरों को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। विशेष रूप से केन-बेतवा को लिंक करने के लिए जो हज़ारों करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, उससे यूपी और एमपी के बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर भी बदलने वाली है। अब बुंदेलखंड के खेतों में और हरियाली आएगी, घरों में पीने का पानी आएगा, खेतों में पानी आएगा। जो गरीब थे झोपडपट्टी में रहते थे,अब उनके पास अपना घर है।
पहले के मुकाबले इन घरों के लिए राशि भी बढ़ाई और घरों का साइज भी बढ़ाया है ताकि बच्चों को पढ़ाई के लिए जगह मिल जाए। बड़ी बात ये भी है कि इसमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम पर है यानि हमने महिलाओं को घर की मालकिन भी बनाया। भारत जैसे देश में कोई क्षेत्र पिछड़ा रहे, ये ठीक नहीं। इसलिए हमने आकांक्षी जिला- Aspirational Districts अभियान शुरू किया था। इन जिलों में गरीब की शिक्षा के लिए, स्वास्थ्य के लिए, सड़कों के लिए, बिजली-पानी के लिए जो काम हुए, उसकी प्रशंसा संयुक्त राष्ट्र ने भी की है।