तवांग विवाद के बाद नॉर्थ-ईस्ट में पीएम मोदी का पहला दौरा, बोले- विकास में बाधा बनने वाले को दिखाया रेड कार्ड
तवांग विवाद के बाद पीएम मोदी पहली बार नॉर्थ-ईस्ट पहुंचे हैं। जहां रविवार को उन्होंने ट्रेडिशनल ड्रेस पहनकर शिलांग में नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल (NEC) के 50 साल पूरे होने पर गोल्डन जुबली कार्यक्रम में शामिल हुए।;
तवांग में भारत और चीनी सेना के बीच मुठभेड़ के बाद पीएम मोदी पहली बार त्रिपुरा और मेघालय पहुंचे। जहां रविवार को पीएम ने ट्रेडिशनल ड्रेस पहनकर शिलांग में नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल (NEC) के 50 साल पूरे होने पर गोल्डन जुबली कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान पीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कई बातें बताईं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार फुटबॉल में अगर कोई खिलाड़ी नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे रेड कार्ड दिखाकर खेल से बाहर कर दिया जाता है। ठीक उसी प्रकार से पिछले 8 साल में हमने नॉर्थ-ईस्ट के विकास में बाधा बनने वाली ताकतों को रेड कार्ड दिखाया है। पीएम ने कहा कि हम भ्रष्टाचार, पक्षपात, भाई-भतीजावाद, हिंसा को रोकने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। इन बीमारियों की जड़ें काफी गहरी हो गई है, इसलिए इसे आपकी मदद से उखाड़ फेंकेंगे।
नॉर्थ ईस्ट में बनी देश की पहली 'स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी'
पीएम ने कहा कि हम जिस तरह कतर फीफा वर्ल्ड कप में खेले जा रहे खेल को देख रहे हैं और मैदान पर विदेशी टीमों को देख रहे हैं। उसी तरीके से हम भी अपने भारत में इसी तरह का त्योहार मनाएंगे। केंद्र सरकार खेलों को एक नई अप्रोच के साथ लेकर आगे बढ़ रही है। इसका लाभ नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को भी हुआ है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नॉर्थ ईस्ट में है।
पीएम ने आगे कहा कि हमने केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं को बदला। अब इसका सकारात्मक असर देशभर में देखने को मिल रहा है। इस साल केंद्र सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर 7 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है, जोकि आज से 8 साल पहले 2 लाख करोड़ रुपए से भी कम था। टेक्नोलॉजी पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी से सिर्फ बातचीत या संवाद ही बेहतर नहीं होता है। बल्कि इससे टूरिज्म, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित सभी क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ रही है।