लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती पर पीएम मोदी ने परिवारवाद और भाई-भतीजावाद का किया जिक्र, बोले, 'इतिहास को दबाया गया'

पीएम मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में एक भाषण के दौरान चिंता जताते हुए कहा कि इतिहास को दबाया गया और तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया।;

Update: 2022-11-25 11:37 GMT


पीएम मोदी (PM Modi) ने विज्ञान भवन (Vigyan Bhawan) में भाषण (Speech) देते हुए चिंता जताई और कहा कि इतिहास को दबाया गया है। भारत के इतिहास में कई वीर सपूतों ने जन्म लिया। जिसके बारे में हमें कुछ नहीं पता। इतिहास में सिर्फ विदेशी एजेंडे को बढ़ावा देने का काम हुआ है। हम उसे ठीक करेंगे।

दिल्ली के विज्ञान भवन में लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती के समापन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ने शिरकत की। इस दौरान पीएम ने लोगों को संबोधित किया और भारत के इतिहास को लेकर कई बड़ी बातें कहीं। पीएम ने चिंता जताते हुए कहा कि हमारे इतिहास में सिर्फ गुलामी को पढ़ाया गया। जबकि भारत में कई ऐसे वीर सपूतों ने जन्म लिया, जिन्हें इतिहास में दबाने का काम किया गया। मैं नमन करता हूं असम की धरती को जिसने लचित जैसे वीर को जन्म दिया।

'हमें तलवार की धार पर झुकाना चाहता है': पीएम मोदी

पीएम ने अपने भाषण में कहा कि कोई हमें तलवार की धार पर झुकाना चाहता है, तो कोई हमारी पहचान को बदलना चाहता है। लेकिन हमें उसका जवाब देना अच्छे से आता है। हमें परिवारवाद से ऊपर उठकर देश के लिए सोचना चाहिए। कोई भी रिश्ता देश से बड़ा नहीं होता है। जब भी सांस्कृतिक विरासत को बचाने की बात आती है। भारत का हर युवा तैयार रहता है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इतिहास को फिर से लिखा जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने देश के इतिहास को ठीक करने के लिए इतिहासकारों से भारत के इतिहास को फिर से लिखने के लिए कहा है। जिसके बाद इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टोरिकल रिसर्च (ICHR) ने इतिहास को 'फिर से लिखने' के लिए एक प्रोजेक्ट को लॉन्च किया है। इतिहास को दोबारा लिखने के काम में 100 से ज्यादा इतिहासकारों को रखा गया है। ICHR ने कहा कि नए इतिहास के पहले हिस्से को मार्च 2023 में जारी कर दिया जाएगा।

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