राजघाट पहुंचकर PM मोदी ने महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, जानें क्यों मारी थी नाथूराम गोडसे ने गोली
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 75वीं पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।;
30 जनवरी को (यानी आज) देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 75वीं पुण्यतिथि (Mahatma Gandhi 75th death anniversary) है। इस दौरान राजघाट पर बापू की समाधि पर सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया जा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि (Narendra Modi tribute to Mahatma Gandhi) अर्पित की।
पीएम मोदी उन लोगों को भी याद किया जिन्होंने देश की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि शहीदों का बलिदान विकसित भारत के राष्ट्र के संकल्प को मजबूत करता रहेगा।
वहीं, इससे पहले पीएम मोदी (PM Modi) ने ट्वीट कर कहा कि मैं बापू की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करता हूं और उनके गहन विचारों को याद करता हूं। मैं उन सभी लोगों को भी श्रद्धांजलि देता हूं जो हमारे देश की सेवा में शहीद हुए हैं। उनके बलिदानों को कभी भुलाया नहीं जाएगा और एक विकसित देश के लिए काम करने के हमारे संकल्प को मजबूत करता रहेगा।
बता दें कि आज ही के दिन 1948 में राष्ट्रपिता गांधी की नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह दिन पूरे देश के लिए क्षति का दिन बन गया था, इसलिए महात्मा गांधी की याद में भारत उनकी पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में मनाता है।
इस वजह से की थी हत्या
नाथूराम गोडसे कट्टरपंथी हिंदूवादी विचारधारा से प्रभावित थे। गोडसे सोचते थे कि महात्मा गांधी जी हिंदुओं से ज्यादा मुसलमानों को महत्व देते हैं। इसके साथ ही वे भारत-पाकिस्तान के विभाजन के लिए गांधीजी को भी दोषी मानते थे।
वहीं, नाथूराम गोडसे ने अपने बयान में साफ कहा था कि उसने महात्मा गांधी की हत्या की है। गांधीजी को मारने की साजिश में उनके अलावा कोई और शामिल नहीं है। गोडसे ने यह भी कहा था कि उन्हें हत्या की सजा मिलनी चाहिए। उन्हें मौत की सजा फांसी भी स्वीकार है।