No Money For Terror Conference: PM मोदी का आतंकवाद पर कड़ा प्रहार, कहा- कुछ देश करते है आर्थिक मदद, क्या है इस सम्मेलन का खास मकसद?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार (यानी आज) दिल्ली में तीसरे 'नो मनी फॉर टेरर' (NMFT) मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (No Money for Terror Conference) में हिस्सा लिया। इससे पहले इस सम्मेलन का पेरिस और मेलबर्न में किया गया था आयोजन।;

Update: 2022-11-18 06:57 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार (यानी आज) दिल्ली में तीसरे 'नो मनी फॉर टेरर' (NMFT) मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (No Money for Terror Conference) में हिस्सा लिया। यह सम्मेलन 'काउंटर-टेररिज्म फाइनेंसिंग' यानी 'स्टॉपिंग टेररिस्ट फंडिंग' की थीम पर आधारित था। इस कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि दुनिया के इसे गंभीरता से लेने से बहुत पहले भारत ने आतंक की भयावहता का सामना किया है।

उन्होंने कहा, 'विभिन्न रूपों में आतंकवाद ने दशकों से भारत को चोट पहुंचाने की कोशिश की है। इसकी वजह से हमने हजारों कीमती जानें गंवाईं। हालांकि हमने फिर भी आतंकवाद का बहादुरी से मुकाबला किया। पीएम ने कहा, यह अद्भुत बात है कि यह सम्मेलन भारत में हो रहा है। हमारे देश ने दुनिया के ध्यान में आने से बहुत पहले ही आतंक की भयावहता का सामना किया है।

पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ देश ऐसे हैं जो आतंकवाद को आर्थिक मदद देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आतंकवाद गरीबों और स्थानीय अर्थव्यवस्था (Economy ) को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है, चाहे वह पर्यटन हो या व्यापार। कोई भी ऐसा क्षेत्र पसंद नहीं करता जहां लगातार खतरा हो। इससे वहां के लोगों की रोजी-रोटी भी प्रभावित होती है।

इसलिए जरूरी है कि हम आतंकवाद की जड़ों पर प्रहार करें। उन्होंने कहा, "आतंकवाद को खत्म करने के लिए एक सक्रिय प्रतिक्रिया की जरूरत है। अगर हम चाहते हैं कि हमारे नागरिक सुरक्षित रहें, तो हम तब तक इंतजार नहीं कर सकते जब तक कि आतंक हमारे घरों पर हमला न कर दे। हमें आतंकियों की फंडिंग पर चोट करना होगा है। पीएम ने कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आतंक की कोई सीमा नहीं होती, जीरो टॉलरेंस का रूख ही इसका मुकाबला कर सकता है। एक ही समय में आतंकवादियों का सफाया किया जा सकता है, लेकिन ठोस रणनीति आतंकवाद की जड़ों को नष्ट कर देती है।

इसके लिए सक्रिय प्रतिक्रिया की जरूरत है। हमें आतंकियों के सपोर्ट सिस्टम को खत्म करना है, वह भी उनकी फंडिंग रोककर। ' उन्होंने कहा, 'कुछ देश वित्तीय और वैचारिक मदद देकर आतंकवाद का समर्थन करते हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसका संज्ञान लेना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि आतंक का एक हमला हम सब पर हमला है। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम आतंकवाद को जड़ से खत्म नहीं कर देते। आतंकवाद एक ऐसा गंभीर मुद्दा है जो मानवता को प्रभावित करता है। इसका अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ता है।

सम्मेलन का यह हैं खास मकसद

यह सम्मेलन साल 2018 में पेरिस और 2019 में मेलबर्न आयोजित किया गया था. इस नो मनी फॉर टेरर सम्मेलन के माध्यम से आतंकवादी वित्तपोषण (Terrorist Funding ) का मुकाबला करने पर चर्चा को आगे बढ़ाना है। यह आतंकवाद के वित्तपोषण के सभी पहलुओं के तकनीकी, कानूनी, विनियामक और सहयोग पहलुओं पर चर्चा को शामिल करने का भी इरादा रखता है। यह आतंकवादी वित्तपोषण का मुकाबला करने पर केंद्रित अन्य उच्च-स्तरीय आधिकारिक और राजनीतिक परामर्शों के लिए गति निर्धारित करना भी चाहता है।

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