डिजिटल इंडिया का सपना साकार, भारत को सॉफ्टवेयर उत्पादों का केंद्र बनाना चाहिए- राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डिजिटल इंडिया को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा डिजिटल क्षेत्र में भारत को सॉफ्टवेयर उत्पादों का केंद्र बनाने की कोशिश करनी चाहिए। राष्ट्रपति मुर्मू ने यह 'डिजिटल इंडिया' पुरस्कार के सातवें संस्करण में संबोधित करते हुए कहा।;
कोरोना काल के बाद से देश डिजिटल क्षेत्र में काफी तरक्की कर रहा है। लेकिन फिर भी अभी हम सॉफ्टवेयर के मामले में दूसरे देशों पर ही आश्रित हैं। इसको लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि सॉफ्टवेयर क्षेत्र में भारत को सॉफ्टवेयर उत्पादों का केंद्र बनाने की कोशिश करनी चाहिए। राष्ट्रपति मुर्मू ने 'डिजिटल इंडिया' पुरस्कार के सातवें संस्करण को संबोधित किया। इस क्रम में उन्होंने डिजिटल इंडिया के कई आयामों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमें सरकारी आंकड़ों के लोकतंत्रीकरण पर ध्यान देने की जरूरत है। भारत में प्रौद्योगिकी के प्रति उत्साही लोग स्थानीय डिजिटल समाधान विकसित करने के लिए आगे आएं। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमें मौजूदा नीतियों का लाभ उठाना चाहिए। ताकि भारत को सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर उत्पादों के वैश्विक शक्ति-केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके।
22 सरकारी संस्थाओं को मिला पुरस्कार
उन्होंने आगे कहा कि भारत कोविड-19 महामारी के दौरान जन-केंद्रित शासन के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वाला प्रमुख देश बना है। डिजिटल इंडिया विश्वस्तरीय मंच पर देश के महत्व को बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत के जी20 समूह की अध्यक्षता संभालने के बाद से ये सभी घटनाएं अधिक प्रासंगिक हो जाती हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित 5जी दूरसंचार तकनीक को लागू किया है। हमें सरकारी आंकड़ों के लोकतंत्रीकरण पर ध्यान देने की जरूरत है इससे युवा वर्ग इसका इस्तेमाल स्थानीय जरूरत के अनुसार डिजिटल समाधान बनाने के लिए कर सकेंगे। डिजिटल इंडिया के इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने डिजिटल शासन के क्षेत्र में 22 सरकारी संस्थाओं को पुरस्कार दिए।