Punjab Election 2022: अमृतसर पूर्व सीट से नवजोत सिंह सिद्धू ने दाखिल किया नामांकन, मजीठिया को दी चेतावनी
शनिवार को पंजाब कांग्रेस प्रमुख और अमृतसर पूर्व से पार्टी के उम्मीदवार नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने नामांकन दाखिल किया। साथ ही इसी सीट से अकाली दल के नेता मजीठा से निवर्तमान विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया को नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मैदान में उतारा गया है। मजीठिया ने भी नामांकन दाखिल कर दिया है।;
पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Election) के लिए वोटिंग 20 फरवरी को होगी। इसी बीच उम्मीदवारों के द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किए जा रहे हैं। शनिवार को पंजाब कांग्रेस प्रमुख और अमृतसर पूर्व से पार्टी के उम्मीदवार नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने नामांकन दाखिल किया। साथ ही इसी सीट से अकाली दल के नेता मजीठा से निवर्तमान विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया को नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मैदान में उतारा गया है। मजीठिया ने भी नामांकन दाखिल कर दिया है।
मीडिाय रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार बिक्रम सिंह मजीठिया के नामांकन पर मजीठा और अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्रों से नामांकन दाखिल करने पर कहा कि अगर आपमें दम है तो अमृतसर ईस्ट से चुनाव लड़ें, मजीठा छोड़ दें। सिद्धू ने दोनों सीटों से नामांकन दाखिल किया।सिद्धू ने कहा कि ये शहर गुंडागर्दी नहीं चाहता है। लोकतंत्र को डंडा तंत्र बनाना नहीं चाहता है। इस शहर का भरोसा कांग्रेस पर था, है और रहेगा। सिद्धू इस सीट से विधायक हैं। एक चरण में होने वाले पंजाब चुनाव के लिए सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही हैं
बीते दिनों शिरोमणि अकाली दल ने पार्टी नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को नवजोत सिंह सिद्धू के चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान किया था। सुखबीर सिंह बादल ने कहा था कि पार्टी ने कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ अमृतसर (पूर्व) से बिक्रम सिंह मजीठिया को मैदान में उतारा जाएगा। बता दें कि बिक्रम मजीठिया अमृतसर जिले की मजीठा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस बार दोनों सीटों से चुनाव लड़ेंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि बिक्रम मजीठिया और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच दुश्मनी बहुत पुरानी है। नवजोत सिंह सिद्धू जब बीजेपी का हिस्सा थे, तो उन्होंने अपने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया से सवाल करना शुरू कर दिया था। माना जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल की नाराजगी के चलते बीजेपी ने 2014 में अमृतसर से नवजोत सिंह सिद्धू को लोकसभा का टिकट नहीं दिया था। जिसके बाद इसी सीट से अरुण जेटली को उतारा गया था और सिद्धू नाराज होकर कांग्रेस में चले गए थे।