राफेल की डिलीवरी मिलते ही एयरफोर्स की अहम बैठक 22 जुलाई को, एयर चीफ मार्शल और कमांडर इन चीफ होंगे शामिल

भारत चीन सीमा विवाद पर तनाव के बीच राफेल की डिलीवरी से भारत को मजबूती मिल रही है। इसी हफ्ते राफेल विमान की डिलीवरी होने वाली है और इसको लेकर भारतीय एयरफोर्स के चीफ और उनके टॉप कमांडर्स के बीच अहम बैठक होगी।;

Update: 2020-07-19 15:44 GMT

भारत चीन सीमा विवाद पर तनाव के बीच राफेल की डिलीवरी से भारत को मजबूती मिल रही है। इसी हफ्ते राफेल विमान की डिलीवरी होने वाली है और इसको लेकर भारतीय एयरफोर्स के चीफ और उनके टॉप कमांडर्स के बीच अहम बैठक होगी। राफेल विमानों की डिलीवरी को लेकर वायुसेना सेना अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया के नेतृत्व में वायु सेना के टॉप कमांडरों की कॉन्फ्रेंसिंग होगी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसी हफ्ते 22 जुलाई को भारतीय वायुसेना चीफ और उनके साथ टॉप कमांडरों की दो दिवसीय बैठक होगी। इस कॉन्फ्रेंस में देश की सुरक्षा के मुद्दों भारत-चीन तनाव भारत-पाकिस्तान बॉर्डर और राफेल की डील को लेकर अहम बैठक होगी।

मिली जानकारी के मुताबिक वायुसेना चीफ के नेतृत्व में 2 दिन की कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सात कमांडर इन चीफ इस बैठक में मौजूद रहेंगे। जिनका मुख्य मुद्दा चीन के साथ सीमा विवाद पर चल रहे तनाव को लेकर अहम माना जा रहा है।

भारतीय वायुसेना के बेड़े में फिलहाल मिराज, सुखोई में जैसे लड़ाकू विमान तैनात है। जो दिन और रात में ऑपरेशन को चालू रख सकते हैं। लेकिन इसी बीच अगर भारत में राफेल की डिलीवरी होती है, तो इससे वायु सेना को ताकत और बढ़ जाएगी।

जानकारी के लिए बता दें कि रूस में बने राफेल विमान अत्याधुनिक हथियारों से पूरी तरह लाइफ है और वह भारतीय वायुसेना में शामिल तमाम फाइटर जेट से काफी अपडेटेड वर्जन है। इसके अलावा चीन और पाकिस्तान पर भी भारत को मजबूती मिलेगी।

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