Rafale India : अंबाला एयरबेस पर लैंड हुए राफेल विमान, एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया ने किया रिसीव

हरियाणा के अंबाला में भारतीय वायुसेना के स्टेशन पर फ्रांस के 5 राफेल लड़ाकू विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल हो गए हैं।;

Update: 2020-07-29 08:34 GMT

हरियाणा के अंबाला में भारतीय वायुसेना के स्टेशन पर बस थोड़ी देर में ही फ्रांस के 5 राफेल लड़ाकू विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा। राफेल लड़ाकू विमान मुंबई एयरस्पेस में पहुंच गए। बीती 27 जुलाई को फ्रांस से 5 राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप ने उड़ान भरी थी, जो फ्रांस, यूएई से होते हुए भारत पहुंचे हैं। भारत को 36 विमान मिलने हैं।

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मुंबई एयर स्पेस में पहुंचे राफेल विमान, कुछ देर में अंबाला में होगी लैंडिंग

सिर्फ एक घंटे से भी कम का वक्त है जब राफेल विमान अंबाला में लैंड होंगे।

राफेल लड़ाकू विमान मुंबई एयरस्पेस में पहुंच गए हैं।

कंट्रोल रूम ने इन पांचों विमानों का स्वागत किया।

अंबाला में उतरने वाले पांच राफेल फाइटर जेट्स भारतीय वायुसेना के नंबर 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन को फिर से जीवित कर देंगे। यह भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन ताकत को 31 तक ले जाएगा। जब 2022 तक सभी 36 राफेल जेट भारत आएंगे। फ्रांसीसी वायुसेना द्वारा अफगानिस्तान, लीबिया और माली में अपने मिशन के लिए राफेल का इस्तेमाल किया गया।

राफेल विमान की खासियत

राफेल विमान के बारे में कहा जाता है कि यह सबसे आक्रमक फाइटर जेट है। जो अपने दुश्मन को दिन हो जया अंधेरा सभी में मारने में सक्षम है। वही राफेल विमान का वजन 10 टन है और इसके अंदर अत्याधुनिक हथियार लोडिंग है। वही इसके अंदर लगाए जाने वाली मिसाइल का वजन 25 टन है। इसके अलावा कई मालवाहक एयरपोर्ट के गानों की इतना भी वजन नहीं है।

जानकारी के लिए बता दें कि राफेल स्टीलथ टेक्नोलॉजी से बना हुआ एयरक्राफ्ट है, जो दुश्मन को रडार पर लेने के बाद खत्म कर देता है। इसको बड़े ही खास डिजाइन से तैयार किया गया है। यह हिमालय के ऊपर भी उड़ान भर सकता है। हथियार राफेल (वायु सेना संस्करण) को 9वी जनरेसशन से पेलोड ले जाने के लिए जाना जाता है।

यह जहाज रोधी और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल ले जा सकता है और SCALP मिसाइल 300 किलोमीटर से अधिक दूरी पर जमीन पर निशाना साध सकती है। यह एक ही समय में आठ अलग-अलग लक्ष्यों पर भी निशाना लगा सकता है। इसमें ट्विन गन पॉड के साथ-साथ 30 मिमी की तोप भी है, जो एक मिनट में 2500 से अधिक राउंड फायर कर सकती है।

मिसाइलों के लिए लेजर मार्गदर्शन में सक्षम बनाता है। भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ लगभग 53,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल लड़ाकू जेट की खरीद के लिए एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। 

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