औरंगाबाद रेल हादसे पर राहुल गांधी बोले मजदूरों के साथ ऐसे व्यवहार पर हमें शर्म आनी चाहिए, संजय निरुपम ने भी दिया बड़ा बयान
संजय निरुपम ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि ये रोटी आगे के सफर के लिए लेके निकले थे। क्या पता, सफर का आखिरी पड़ाव जालना था। दर्दनाक ! भयावह ! अकल्पनीय!;
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए हादसे में मारे गए 16 प्रवासी मजदूरों पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके टिप्पणी की है। राहुल गांधी का कहना है कि मालगाड़ी से कुचले जाने से मजदूर भाई-बहनों के मारे जाने की खबर से स्तब्ध हूं।
राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि मालगाड़ी से कुचले जाने से मजदूर भाई-बहनों के मारे जाने की ख़बर से स्तब्ध हूं। हमें अपने राष्ट्र निर्माणकर्ताओं के साथ किये जा रहे व्यवहार पर शर्म आनी चाहिए। मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
मालगाड़ी से कुचले जाने से मजदूर भाई-बहनों के मारे जाने की ख़बर से स्तब्ध हूं। हमें अपने राष्ट्र निर्माणकर्ताओं के साथ किये जा रहे व्यवहार पर शर्म आनी चाहिए। मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 8, 2020
संजय निरुपम बीजेपी सरकार पर निशाना साधा
वहीं मुंबई से कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने टिप्पणी की है। संजय निरुपम ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि सुबह साढ़े छह बजे के हादसे का यह भयावह दृश्य। 17 प्रवासी मजदूरों को एक मालगाड़ी ने कुचल दिया। चलते-चलते थकके आराम कर रहे थे। औरंगाबादऔर जालना के बीच ये हादस हुआ। जब गरीब मजदूर सरकारों के बीच फुटबॉल बन गए हैं, तब ऐसे हादसे कोई रोक नहीं सकता। अभी भी समय है।
सुबह साढ़े छह बजे के हादसे का यह भयावह दृश्य।
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) May 8, 2020
17 प्रवासी मजदूरों को एक मालगाड़ी ने कुचल दिया।
चलते-चलते थकके आराम कर रहे थे।
औरंगाबादऔर जालना के बीच ये हादस हुआ।
जब गरीब मजदूर सरकारों के बीच फुटबॉल बन गए हैं, तब ऐसे हादसे कोई रोक नहीं सकता।
अभी भी समय है।pic.twitter.com/Gv6rnss9Tj
संजय निरुपम ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि ये रोटी आगे के सफर के लिए लेके निकले थे। क्या पता, सफर का आखिरी पड़ाव जालना था। दर्दनाक ! भयावह ! अकल्पनीय!