PM मोदी के बूस्टर डोज देने के ऐलान पर राहुल ने बताया सही कदम, बोले- मेरा सुझाव मान लिया
ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे और देश में कोरोना की एक और लहर के डर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ केयर के लिए बूस्टर डोज की घोषणा की।;
ओमिक्रॉन (omicron) के बढ़ते खतरे और देश में कोरोना (corona virus) की एक और लहर के डर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने शनिवार रात फ्रंटलाइन वर्कर्स ( frontline workers), हेल्थ केयर (booster dose) के लिए बूस्टर डोज की घोषणा की। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में गंभीर बीमारी से पीड़ित बुजुर्गों को डॉक्टरों की सलाह पर एहतियाती खुराक देने की भी घोषणा की गई है।
PM मोदी के इस फैसले पर कई राजनीतिक दल अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और उनके इस फैसले की जमकर तारीफ कर रहे है। इस पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज के मेरे सुझाव को मान लिया है यह सही कदम है। वैक्सीन और बूस्टर की सुरक्षा देश की जनता तक पहुंचनी होगी। 22 जनवरी को राहुल गांधी ने देश में कोरोना की बूस्टर डोज देने की अनुमति मांगी थी।
वही दिल्ली के मुख़्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री ने अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के लिए बूस्टर डोज की घोषणा की। सभी को बूस्टर डोज देनी चाहिए। साथ ही अब 15-18 साल के बच्चों को भी टीका लगाया जाएगा, यह अच्छी बात है।" दिल्ली में 1.48 करोड़ लक्षित लोगों को एंटी-कोविड-19 वैक्सीन की एक खुराक दी गई है, जबकि 70 प्रतिशत लोगों ने दोनों खुराक ली हैं।
साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पीएम मोदी के इस फैसले पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट किया विशेषज्ञों की राय के अनुसार, हम कई बार प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए लिख चुके हैं कि बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन और वैक्सीन की बूस्टर खुराक के संबंध में दिशा-निर्देश जारी करें।
विशेषज्ञों की राय के अनुसार हमने कई दफा पत्र लिखकर प्रधानमंत्री जी से कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज एवं बच्चों की वैक्सीन के संबंध में दिशा निर्देश जारी करने की मांग की।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 25, 2021
मुझे खुशी है कि आज हमारी मांग को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने 15 साल से 18 साल के बच्चों के लिए बूस्टर डोज और टीकाकरण की घोषणा की है। वैक्सीन और कोविड प्रोटोकॉल ही कोविड से लड़ने का एकमात्र तरीका है।