Orange Vande Bharat पर रेल मंत्री का बड़ा बयान, बोले- रंग के पीछे राजनीति नहीं... बताई ये वजह

Orange Vande Bharat: नारंगी वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर सियासत हो रही थी। अब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वंदेभारत ट्रेन लॉन्च करने के पीछे कोई राजनीति नहीं है। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-10-05 05:57 GMT

Orange Vande Bharat: देशभर में रेलयात्रियों की सुविधा और यात्रा को सुगम बनाने के लिए पीएम मोदी ने वंदेभारत ट्रेन की शुरुआत की। आज देश के अलग-अलग हिस्सों में 34 जोड़ी वंदेभारत ट्रेन चल रही हैं। देश की पहली सेमी हाई स्पीड सबसे पहले 16 कोच के साथ अपने ट्रेडिशनल नीले और सफेद रंग के साथ लॉन्च हुई थी, लेकिन कासरगोड-तिरुवनंतपुरम के बीच एक ऑरेंज कलर की वंदे भारत ट्रेन भी चलती है। अब नए एडवांस फीचर्स के साथ ऑरेंज या केसरिया रंग में वंदे भारत ट्रेन को लाने को सियासत से जोड़ा जा रहा था। अब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है।

नारंगी वंदे भारत ट्रेन के रंग का चयन वैज्ञानिक सोच से किया गया

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बातचीत कहा कि नारंगी रंग की वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने के पीछे कोई राजनीति है। वंदे भारत ट्रेन के रंगों का चयन वैज्ञानिक सोच से किया गया था। वैष्णव ने कहा कि मानव आंखों के लिए दो रंग सबसे अधिक दिखाई देने वाले माने जाते हैं, पीला और नारंगी। उन्होंने यूरोप का उदाहरण देते हुए कहा कि यूरोप में लगभग 80 प्रतिशत ट्रेनों में या तो नारंगी या पीले और नारंगी का संयोजन होता है। उन्होंने कहा चांदी जैसे कई अन्य रंग भी हैं, जो पीले और नारंगी जैसे चमकीले होते हैं, लेकिन मानव आंखों की दृश्यता के दृष्टिकोण से पीला और नारंगी दो रंग सबसे अच्छे माने जाते हैं।

वंदे भारत ट्रेन के नारंगी रंग होने के पीछे कोई राजनीति नहीं

वैष्णव ने कहा कि इसके पीछे कोई राजनीति नहीं है और यह 100 प्रतिशत वैज्ञानिक सोच है। इन्हीं कारणों से विमानों और जहाजों में ब्लैक बॉक्स नारंगी रंग के होते हैं। यहां तक कि बचाव नौकाएं और जीवन जैकेट, जिनका उपयोग राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल करता है, वो भी नारंगी रंग के होते हैं। बता दें कि भारतीय रेलवे ने 24 सितंबर को केरल के कासरगोड और तिरुवनंतपुरम के बीच अपनी पहली नारंगी-ग्रे रंग की वंदे भारत ट्रेन शुरू की। यह उन नौ वंदे भारत ट्रेनों में से एक थी जिसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 सितंबर को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में हरी झंडी दिखाई थी। कासरगोड-तिरुवनंतपुरम 31वीं वंदे भारत ट्रेन थी, जो 19 अगस्त को तमिलनाडु के चेन्नई के पेरंबूर में रेल कोच निर्माता इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ट्रायल रन के लिए ट्रैक पर उतरी थी।

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