बीजेपी का आरोप- कांग्रेस विधायक के बेटे के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी से ध्यान भटकाने के लिए अलवर मंदिर तोड़ा गया
सुमेधानंद ने मंदिरों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने औरंगजेब की तरह काम किया है। दुकानें, मंदिर, घर तोड़ दिए गए हैं।;
राजस्थान (Rajasthan) के अलवर में अतिक्रमण विरोधी अभियान (anti-encroachment campaign) के दौरान दो मंदिरों को तोड़े जाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है। इसी बाच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस (Congress) पर आरोप लगाया है कि विधायक के बेटे के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी (FIR) से ध्यान भटकाने की रणनीति के तहत मंदिर को तोड़ा गया है।
भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि क्षेत्र के कांग्रेस विधायक चाहते थे कि उनके बेटे (एक अलग मामले में) के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी से ध्यान हटाया जाए। इसीलिए, 300 साल पुराने मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया है। वहीं भाजपा सांसद सुमेधानंद ने सीएम अशोक गहलोत को औरंगजेब के रूप में संदर्भित करते हुए कहा, अधिकारियों ने कांग्रेस सरकार के इशारे पर काम किया औ र विध्वंस अभियान को चलाने के लिए अनुमति नहीं ली थी।
सुमेधानंद ने मंदिरों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने औरंगजेब की तरह काम किया है। दुकानें, मंदिर, घर तोड़ दिए गए हैं। मंदिरों के विध्वंस को नगरपालिका बोर्ड ने मंजूरी नहीं दी थी। इस बीच, भाजपा नेता महंत प्रकाश दास ने अलवर के एसडीएम और राजगढ़ नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी के खिलाफ मंदिरों में मूर्तियों को नष्ट करने और मंदिर के अंदर जूतों में घूमकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
बता दें कि राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे में इसी हफ्ते की शुरुआत में रविवार और सोमवार को दो मंदिरों और कुछ दुकानों को तोड़ा गया था। लेकिन राजगढ़ कांग्रेस शासित राजस्थान में भाजपा द्वारा संचालित नगरपालिका है। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर विध्वंस के पीछे होने का आरोप लगाया। सतीश पूनिया ने ढहाए गए मंदिरों में से एक को 300 साल पुराना बताते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर वीडियो में एक बुलडोजर को प्राचीन शिव मंदिर को ध्वस्त करते हुए दिखाया गया है।
तो वहीं राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मंदिर ध्वस्त करना भगवा पार्टी के नेतृत्व वाली शहर की नगर पालिका का फैसला था। बता दें कि राजगढ़ के सराय मोहल्ले में 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़े जाने की जांच के लिए भगवा पार्टी ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद की अध्यक्षता में गठित भाजपा कमेटी तीन दिन में राजगढ़ का दौरा कर तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर पूनिया को सौंपेगी।