राजस्थान कांग्रेस संकट: दो गुटों में बंटी पार्टी, सीएम गहलोत और सचिन पायलट ने इतने विधायकों के समर्थन का किया दावा
कांग्रेस पार्टी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाती है। सचिन पायलट आज नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं।;
मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी कांग्रेस की सत्ता हिलने लगी है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी दो फेडो में बाटती दिख रही है। जिसमें एक तरफ सीएम अशोक गहलोत का है। तो वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम सचिन पायलट है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाती है। सचिन पायलट आज नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। तो वहीं दूसरी तरफ सचिन पायलट ने अपने विधायक समर्थकों का दावा किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में नोटिस मिलने के बाद सचिन पायलट पार्टी से नाराज नजर आ रहे हैं । दूसरी तरफ गहलोत सरकार अल्पमत में दिख रही है।
जानकारी के मुताबिक, सचिन पायलट के विधायकों के समर्थन में 30 विधायक हैं। तो वहीं दूसरी तरफ सीएम अशोक गहलोत के समर्थन में 109 विधायक हैं। राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज अविनाश पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे पास 109 विधायकों का समर्थन पत्र है। सरकार बहुमत में है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी कोशिश है कि पार्टी में चल रहा तनाव कम हो। पार्टी ने सभी विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। यदि कोई विधायक बिना किसी विशेष कारण के गैरहाजिर रहता है। तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इससे पहले बीते रविवार की शाम को डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपने 30 समर्थक विधायकों का दावा पेश किया था।
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में कांग्रेस में तनाव की वजह सचिन पायलट को मुख्यमंत्री ना बनाया जाना बताया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सचिन पायलट और सीएम गहलोत की दांवपेच लड़ाई काफी पुरानी है।
इससे पहले मध्य प्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। जिसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अब ऐसे में अगर सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच तनातनी होती हैं। तो राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार गिर सकती है।