अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालयों को निर्देश, परीक्षा में शामिल न होने वाले छात्रों को दें दूसरा मौका
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि अगर कोई छात्र किसी भी कारणवश परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है, तो उसे दूसरा मौका दिया जाए।;
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि अगर कोई छात्र किसी भी कारणवश परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है, तो उसे दूसरा मौका दिया जाए।
ट्वीट के जरिए दी जानकारी
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट में लिखा कि हमारे लिए विद्यार्थियों का स्वास्थ्य, उनकी सुरक्षा, निष्पक्षता और समान अवसर के सिद्धांतो का पालन करना सर्वोपरि है।साथ ही, विश्व स्तर पर विद्यार्थियों की शैक्षणिक विश्वसनीयता, करियर के अवसरों और भविष्य की प्रगति को सुनिश्चित करना भी शिक्षा प्रणाली में बहुत मायने रखता है।
उन्होंने लिखा कि ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि किसी भी शिक्षा प्रणाली में विद्यार्थियों का शैक्षणिक मूल्यांकन बहुत महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। परीक्षाओं में प्रदर्शन विद्यार्थियों को आत्मविश्वास और संतुष्टि देता है।
उन्होंने आगे लिखा कि यह उनकी क्षमता, प्रदर्शन और विश्वसनीयता का प्रतिबिंब है जो वैश्विक स्वीकार्यता के लिए आवश्यक है। बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के शैक्षणिक हितों को देखते हुए, UGC ने टर्मिनल सेमेस्टर की सभी परीक्षाएँ 30 सितंबर, 2020 तक करने का दिशा निर्देश जारी किया है । ये परीक्षाएं ऑफ़लाइन पद्धति(पेन एवं पेपर)/ऑनलाइन/मिश्रित (ऑनलाइन + ऑफ़लाइन) किसी भी माध्यम से कराई जा सकती हैं।
मिलेगा दूसरा मौका
उन्होंने कहा कि यदि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में टर्मिनल सेमेस्टर/अंतिम वर्ष का कोई भी विद्यार्थी उपस्थित होने में असमर्थ रहता है, चाहे जो भी कारण रहा हो, तो उसे ऐसे पाठ्यक्रम(पाठ्यक्रमों)/प्रश्नपत्र(प्रश्नपत्रों) के लिए विशेष परीक्षाओं में बैठने का अवसर दिया जा सकता है।
हमारे लिए विद्यार्थियों का स्वास्थ्य, उनकी सुरक्षा, निष्पक्षता और समान अवसर के सिद्धांतो का पालन करना सर्वोपरि है।
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 11, 2020
साथ ही, विश्व स्तर पर विद्यार्थियों की शैक्षणिक विश्वसनीयता, करियर के अवसरों और भविष्य की प्रगति को सुनिश्चित करना भी शिक्षा प्रणाली में बहुत मायने रखता है।