RBI MPC Meet : रेपो रेट में लगातार पांचवीं बार भी नहीं हुआ कोई बदलाव, RBI गवर्नर शक्तिकांत दास बोले- 6.5% ही रहेगी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पांचवीं बार भी रेपो रेट 6.5 प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं किया है। इसकी जानकारी शुक्रवार को आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने दी है। उन्होंने कहा कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने नीतिगत रेपो दर में कोई बदलाव न करने का निर्णय लिया है।;
RBI MPC Meet: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पांचवीं बार भी रेपो रेट 6.5 प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं किया है। इसकी जानकारी शुक्रवार को आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने दी है। उन्होंने कहा कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने नीतिगत रेपो दर में कोई बदलाव न करने का निर्णय लिया है। जिसके चलते रेपो रेट 6.5 प्रतिशत ही बनी रहेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरबीआई के गवर्नर दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति की बैठक हुई। इसमें सभी की सहमति से निर्णय लिया गया कि पॉलिसी रेपो दर को 6.5% में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। जिसके चलते स्थायी जमा सुविधा दर 6.25% और सीमांत स्थायी सुविधा दर और बैंक दर 6.75 प्रतिशत पर बनी हुई है। दरअसल, मई 2022 से कुल मिलाकर 250 आधार अंकों तक लगातार छह दरों में बढ़ोतरी के बाद अप्रैल में दर वृद्धि चक्र को रोक दिया गया था।
द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए, दास ने कहा कि एमपीसी ने सर्वसम्मति से रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि एमपीसी "सक्रिय रूप से अवस्फीतिकारी" बनी रहेगी। उनके मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के लिए विकास अनुमान पहले के 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया गया है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए उपभोक्ता मूल्य-आधारित मुद्रास्फीति (CPI) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। आरबीआई गर्वनर ने ये भी कहा कि दूसरी तिमाही में मजबूत जीडीपी वृद्धि का भी जिक्र हुआ।
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