अच्छी खबर: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिया बड़ा संकेत, रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, तेजी से रिबाउंड का जताया अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज अर्थव्यवस्था और रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने साफ संकेत दिए हैं कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा।;
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज अर्थव्यवस्था और रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने साफ संकेत दिए हैं कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा। लेकिन तेजी से रिबाउंड का अनुमान है। वहीं अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 9.5 फीसदी तक गिरने की संभावना है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के मुताबिक, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को बताया कि अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 9.5 फीसदी तक गिरने की संभावना है। इसके अलावा किसी भी दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। ऐसा अनुमान है कि देश की जीडीपी जल्द ही नुकसान से बाहर आ सकती है। कोरोना काल में अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ। ऐसे अब अनुमान है कि चौथी तिमाही में अच्छे संकेत मिल सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि साल 2021 में रियल जीडीपी में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना है। लेकिन तेजी से रिबाउंड का अनुमान भी लगाया गया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भरोसा जताया है कि कोरोना काल से बाहर निकलने के बाद आगे हालात सुधरने वाले हैं। आरबीआई गवर्नर ने क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान करते हुए कहा कि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने आगे कहा कि खाद्यान्नों के उत्पादन में देश में एक नया रिकॉर्ड बन सकता है। एमपीसी की बैठक के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि मानसून बेहतर रहने और खरीफ फसलों के रबके में इजाफा होने से खाद्यान्नों के उत्पादन में नया रिकॉर्ड बन सकता है। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने पॉलिसी रेपो दर को बिना बदलाव के 4 फीसदी रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया है। देश की अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही में आई गिरावट पीछे छूट चुकी है, स्थिति में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं। एमपीसी ने रेपो रेट को चार फीसदी पर बरकार रखने का फैसला लिया है।