RSS ने फिर उठाया जनसंख्या असंतुलन का मुद्दा, हिंदुओं की कमी पर जानें क्या बोले दत्तात्रेय होसबाले
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार को आरएसएस की बैठक हुई। इस बैठक में एक बार फिर देश में जनसंख्या असंतुलन पर चर्चा हुई।;
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में बुधवार को आरएसएस (RSS) की बैठक हुई। इस बैठक में एक बार फिर देश में जनसंख्या असंतुलन पर चर्चा हुई और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले (Dattatreya Hosabale) ने कहा कि हिंदुओं की कमी है। जनसंख्या असंतुलन से होने वाली भविष्य की परेशानियों पर मंथन किया गया। लगातार आरएसएस देश में पॉपुलेशन पॉलिसी को लेकर जोर दे रही है। संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गौहनिया स्थित वात्सल्य परिसर में 16 से 19 अक्तूबर तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक हुई है। प्रयागराज में आरएसएस की बैठक के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश में जनसंख्या चिंताजनक है। इसलिए जनसंख्या नीति को समग्रता के दृष्टिकोण से सोचकर और सभी पर लागू करके विकसित किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि देश के संसाधन अलग हैं। इस देश को जनजागृति और प्रबंधन की जरूरत है। जनसंख्या असंतुलन दुनिया के कुछ देशों में फैलाव का कारण बन रहा है। इस पर व्यापक रूप से बहस की गई है कि भारत में स्थिति उत्पन्न नहीं होती है। पिछले तीन दिनों से संगम शहर में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्य समिति की बैठक में जनसंख्या असमानता, महिला, विविधता और आर्थिक आत्मनिर्भरता जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों पर चर्चा हुई।
जानकारी के लिए बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी 16 से 19 अक्टूबर तक प्रयागराज की बैठक में शामिल हुए थे। होसेबल ने दावा किया कि धर्मांतरण के बाद घुसपैठ देश में जनसंख्या असंतुलन दूसरा सबसे बड़ा कारण था। उन्होंने जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर गोहानिया में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बांग्लादेश से घुसपैठ के कारण पूर्णिया और कटिहार सहित उत्तरी बिहार के जिलों और अन्य राज्यों में जनसंख्या असंतुलन को देखा गया। धर्म परिवर्तन करने वालों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए।