RSS प्रमुख मोहन भागवत ने फिर उठाया बंटवारे का मुद्दा, विभाजन एक योजनाबद्ध साजिश थी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया और देश के बंटवारे का मुद्दा उठा दिया।;
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया और देश के बंटवारे का मुद्दा उठा दिया। 3 दिन पहले ही उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान देश के 75 साल होने के बाद भी उतनी तरक्की नहीं हुई, जितनी होनी चाहिए थी।
मोहन भागवत ने एक किताब लॉन्चिंग के दौरान कहा कि देश का बंटवारा कभी न खत्म होने वाला दर्द है। इसका समाधान तभी होगा जब यह बंटवारा खत्म हो जाएगा। ऐसे में उन्होंने एक इशारा दिया है कि हम लोगों को अपनाने के लिए तैयार हैं। भारत के बंटवारे में सबसे पहले इंसानियत की कुर्बानी दी गई। साथ ही उन्होंने विभाजन को एक योजनाबद्ध साजिश भी करार दिया। इशारों इशारों में उन्होंने कांग्रेत पर निशाना साधा।
पुस्तक के लेखक कृष्णानंद सागर के किताब लॉन्चिंग के कार्यक्रम में शामिल होने नोएडा आए भागवत ने कहा कि विभाजन कोई राजनीतिक सवाल नहीं है, बल्कि अस्तित्व का सवाल है। भारत के बंटवारे का प्रस्ताव इसलिए स्वीकार कर लिया गया ताकि खून की नदियां न बहें, बल्कि इसके उलट तब से अब तक और खून बह चुका है।
जबकि दूसरी तरफ भागवत ने बीते दिन नोएडा में मीडिया के एडिटरों से बातचीत की थी और उससे दो दिन पहले दिल्ली के विज्ञान भवन में संत ईश्वर सम्मान 2021 कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हमें सिर्फ नारा ही नहीं बल्कि भगवान राम के बताए रास्ते पर चलना भी चाहिए। आजकल हम जय श्री राम का जोर जोर से जाप करते हैं और इसका जाप करना चाहिए, इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन हमें भी श्रीराम जैसा बनना चाहिए। लेकिन हमें लगता है कि वह भगवान थे।