आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा खुद को राष्ट्रवादी मत कहिये, इसका मतलब होता है हिटलर-नाजीवाद
रांची में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रवाद पर चर्चा की।;
झारखंड की राजधानी रांची में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रवाद पर चर्चा की। मोहन भागवत ने कहा कि राष्ट्रवाद का सही अर्थ क्या है और इन दिनों यह गलत समझा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि विदेश यात्रा के दौरान कुछ अंग्रेजी शब्द पारंपरिक रूप से उनके लिए मायने नहीं रखते थे और ऐसा ही एक शब्द था 'राष्ट्रवाद'। मुझे बताया गया था कि 'राष्ट्र' शब्द का उपयोग करना ठीक है। 'राष्ट्रीय' ठीक है, 'राष्ट्रीयता' ठीक है, बस राष्ट्रवाद कहो।
#WATCH Ranchi: RSS chief recounts his conversation with an RSS worker in UK where he said "...'nationalism' shabd ka upyog mat kijiye. Nation kahenge chalega,national kahenge chalega,nationality kahenge chalgea,nationalism mat kaho. Nationalism ka matlab hota hai Hitler,naziwaad. pic.twitter.com/qvibUE7mYt
— ANI (@ANI) February 20, 2020
यहीं हिटलर, नाजीवाद, फासीवाद जैसे अन्य संदर्भ हैं, जिन्होंने राष्ट्रवाद को धीरे-धीरे विकसित किया। रांची में पांच दिवसीय दौरे पर भागवत पहुंचे हैं। वहीं झारखंड के सह प्रांत कार्यवाह ने भी कहा कि संघ समागम में उत्तर पूर्व क्षेत्र, झारखंड और बिहार के स्वयंसेवक शामिल होंगे। समागम सभी के लिए खोला जाएगा और कोई भी सुबह 7 बजे तक समागम में आ सकता है।