संसद में सांसदों का हंगामा: विपक्ष के उपद्रव पर सरकार के 8 मंत्रियों ने की PC के दौरान ये मांग
संसद की राज्यसभा सदन में हुए विपक्ष की बदसलूकी के बाद केंद्र सरकार के 8 मंत्रियों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और विपक्ष के व्यवहार पर बेहद नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की।;
संसद की राज्यसभा सदन में हुए विपक्ष की बदसलूकी के बाद केंद्र सरकार के 8 मंत्रियों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और विपक्ष के व्यवहार पर बेहद नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की। पहली बार सरकार के इतने सारे मंत्री एक साथ एक मंच पर आए और कहा कि देश की जनता से अपने कृत्य के लिए माफी मांगने को कहा।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पीसी के दौरान राज्यसभा में हुई घटना को शर्मनाक बताया। कहा कि विपक्ष को संवैधानिक मूल्यों की गरिमा की परवाह नहीं है। विपक्ष ने संसद से लेकर सड़क तक अराजकता फैला दी। देश की जनता को घड़ियाली आंसू बहाने की बजाय माफी मांगनी चाहिए।
दूसरी तरफ संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मानसून सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष ने तय कर लिया था कि सदन को चलने नहीं देगा। पीएम को अपने नए मंत्रियों को पेश करने की भी अनुमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने विपक्ष के साथ हुई बैठकों और उनके साथ हुई चर्चा का भी जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी से माफी मांगने को भी कहा।
जबकि विपक्ष ने सरकार पर सदन में मार्शलों और सांसदों के साथ हुई हाथापाई का आरोप लगाया। पीसी में संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, धर्मेंद्र प्रधान, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, अर्जुन मेघवाल और वी मुरलीधरन यानी 8 मंत्रियों ने संसद हंगामे को लेकर विपक्ष के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस की।