ब्रिटेन की नई पीएम लिज ट्रस आज संभालेंगी कार्यभार, एस जयशंकर बोले- दोनों देशों के संबंध होंगे मजबूत

ब्रिटेन की नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री लिज ट्रस आज अधिकारिक रूप से कार्यभार संभाल लेंगी। लिज ट्रस ने विदेश मंत्री होते हुए भारत के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी पलटवार किया था। पढ़िये पूरा मामला...;

Update: 2022-09-06 07:13 GMT

ब्रिटेन की नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री लिज ट्रस आज अधिकारिक रूप से कार्यभार संभाल लेंगी। वे स्कॉटलैंड में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मुलाकात करेंगी। इसके बाद ब्रिटेन की तीसरी प्रधानमंत्री के रूप में कार्य शुरू कर देंगी। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिज ट्रस पर बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध होने की उम्मीद जताई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ट्वीट में लिज ट्रस को यूके कंजरवेटिव पार्टी के नेता के रूप में चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'भारत-ब्रिटेन सहयोग को उच्च स्तर तक बढ़ाने के लिए आपकी प्रतिबद्धता सर्वविदित है। विश्वास है कि आपके नेतृत्व में हमारा रिश्ता और बढ़ेगा।'

ऋषि सनक को 20,927 वोटों से हराया

लिज ट्रस ने अपने प्रतिद्वंद्वी ऋषि सनक को 20 हजार वोटों से हराया। लिज ट्रस इससे पूर्व विदेश मंत्री रहीं हैं। वे राजनीति में खासा अनुभव रखती हैं। बताया जा रहा है कि लिज ट्रस ने वादा किया था कि कार्यभार संभालने के साथ जनता को तोहफा देंगे। जनता के टैक्स में कटौती और कॉरपोरेशन टैक्स में इजाफे को वापस लेंगी। चूंकि वो प्रधानमंत्री बन गई हैं, लिहाजा आज वो अपने वादे पूरा कर सकती हैं। इस पर ब्रिटेनवासियों की नजर है। 

जयशंकर और ट्रस के बीच हो चुका वाक युद्ध

विदेश मंत्री एस जयशंकर और तत्कालीन विदेशी मंत्री लिज ट्रस के बीच वाक युद्ध हो चुका है। यह घटना इसी साल अप्रैल माह की है। भारत में इंडियान काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स एंड पॉलिसी एक्सचजें की ओर से आयोजित 'इंडिया-यूके स्ट्रैटिजिक फ्यूचर्स फोरम' में लिज ट्रस ने रूस-यूक्रेन के युद्ध का हवाला देकर रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को सही ठहराया था।

उन्होंने कहा कि था कि हम रूस से तेल का आयात नहीं करेंगे। जब सवाल पूछा गया कि भारत रूस से तेल आयात करेगा तो जवाब में लिज ट्रस ने कहा कि मैंने ब्रिटेन का रूख बता दिया है। भारत संप्रूभ देश है। मैं भारत को नहीं बताऊंगी कि उसे क्या करना चाहिए। एस जयशंकर लिज ट्रस के इस जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहले वो अपनी गिरहेबां में झांककर देखे कि रूस के साथ ब्रिटेन के व्यापारिक रिश्ते क्या हैं, यूं ही भारत के सामने 'चौधरी' बनने की कोशिश न करें।

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