संजय राउत ने की 'एक देश एक भाषा' की वकालत, बोले- अमित शाह को स्वीकार करनी चाहिए चुनौती
संजय राउत ने कहा कि हिंदी देश की भाषा है। एक मात्र भाषा जिसको पूरे देश में मान्यता है, जो पूरे देश में बोली जाती है वो हिंदी है।;
शिवसेना नेता (Shiv Sena) संजय राउत (Sanjay Raut) ने शनिवार को 'एक देश, एक भाषा' (one country, one language) की वकालत की है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, हिंदी पूरे भारत में बोली जाती है और इसकी स्वीकार्यता है। शिवसेना सांसद ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को इस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए कि सभी राज्यों (India All State) में एक ही भाषा होनी चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई हिंदी के अनुसार, संजय राउत ने कहा कि हिंदी देश की भाषा है। एक मात्र भाषा जिसको पूरे देश में मान्यता है, जो पूरे देश में बोली जाती है वो हिंदी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ये चुनौती स्वीकार करनी चाहिए कि सभी राज्यों में एक भाषा... एक देश, एक संविधान, एक विधान, एक निशान और एक भाषा होनी चाहिए।
संजय राउत की हिंदी भाषा को यह टिप्पणी तब आई है जब एक महीने पहले अमित शाह ने कहा था कि हिंदी को अंग्रेजी के विकल्प के तौर पर स्वीकार किया जाना चाहिए, न कि स्थानीय भाषाओं के विकल्प के तौर पर। उनके इस बयान का दक्षिणी राज्यों में कई प्रतिष्ठित नेताओं ने विरोध किया था।
ऐतिहासिक और क्रांतिकारी रैली होगी
पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय राउत ने आगे कहा, आज 2 से 2.5 साल बाद इस तरह की रैली मुंबई में होने जा रही है, लाखों लोग इसमें आएंगे। उद्धव ठाकरे का संबोधन सुनेंगे। कौन सी दिशा, कौन सी भूमिका उद्धव ठाकरे लेने वाले हैं, पूरा देश जानना चाहता है। ये ऐतिहासिक और क्रांतिकारी रैली होगी। कुछ लोग महाराष्ट्र का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। महा विकास अघाड़ी सरकार को बदनाम करना चाहते हैं। राज्य को अस्थिर करना चाहते हैं। इन सभी प्रश्नों का उद्धव ठाकरे आज करारा जवाब देंगे।