Sanyukt Kisan Morcha Meeting: बैठक में किसानों ने भरी हुंकार, लगाया वादाखिलाफी का आरोप, यूपी और उत्तराखंड की जनता से की अपील
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 3 केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के लिए बने 40 किसान संगठनों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की जनता से बीजेपी को दंड देने की अपील ही है।;
यूनाइटेड किसान मोर्चा (SKM) ने गुरुवार को अहम बैठक की। बैठक में केंद्र की मोदी सरकार पर किसानों ने वादाखिलाफी का आरोप लगाया और कहा कि किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया। भारतीय किसान संघ (BKU) ने कहा कि अभी हाल ही में 31 जनवरी को हमने विश्वासघात दिवस मनाया था। दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक का आयोजन किया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 3 केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के लिए बने 40 किसान संगठनों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की जनता से बीजेपी को दंड देने की अपील ही है। एसकेएम ने यूपी और उत्तराखंड की जनता के नाम खाता लिखकर 'किसान विरोधी बीजेपी' के खिलाफ वोट देकर दंडित करने की अपील की।
संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड की जनता के नाम अपील जारी कर कहाँ सरकार से सवाल करे।संयुक्त किसान मोर्चा का राष्ट्रीय नेतृत्व यूपी के 9 शहरों में प्रेस वार्ता करेगा#FarmersProtest @ANI @PTI_News @sakshijoshii @TOIIndiaNews @Reuters @the_hindu @Jansatta pic.twitter.com/gQV6xvE2KD
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 3, 2022
वहीं दूसरी तरफ भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत ने इस पत्र को ट्विटर पर साझा किया है, जिसमें उन्होंने हस्ताक्षर भी किए हैं। किसान मोर्चा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि विधानसभा चुनाव में किसान विरोधी भाजपा को सजा भुगतनी पड़ेगी। राकेश टिकैत ने कहा कि बजट से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन नुकसान हुआ।
अब वक्त आ गया है उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की जनता जो भी वोट मांगने आएगा, उनसे पूछे कि उन्होंने देश के लिए क्या किया। किसान के लिए क्या किया। हम मतदाताओं को एक फॉर्म देंगे जिसमें कई सवाल होंगे। इसकी के आधार पर तय होगा कि आखिर किसे वोट दिया जाएगा। वहीं योगेंद्र यादव ने कहा कि इस चुनाव में संयुक्त किसान मोर्चा को किसान विरोधी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने पर मजबूर होना पड़ा है। किसान संगठन बजट 2022 से खुश नहीं हैं।