SCO: एस जयशंकर की चीन के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक, ये हुई बात
SCO Meeting: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री चिन गांग के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई है। इस बैठक में एलएसी और सीमा मुद्दों पर चर्चा की गई।;
SCO Meeting: गोवा (Goa) की राजधानी पणजी में 4 और 5 मई को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO Summit 2023) सम्मेलन में शामिल होने चीन के विदेश मंत्री चिन गांग भारत पहुंचे हैं। इसके अलावा भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) और चीन के विदेश मंत्री चिन गांग (Chin Gang) द्विपक्षीय बैठक (Bilateral Meeting) हुई। इस बैठक में दोनों देशों के बीच एलएसी और सीमा मुद्दों पर चर्चा की गई। बता दें कि दोनों देशों के नेताओं के बीच ये पिछले दो महीनों में दूसरी द्विपक्षीय बैठक है।
इस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चिन गांग से कहा कि पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से जारी सीमा विवाद के कारण भारत-चीन संबंधों की स्थिति असामान्य है। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ट्वीट कर बताया कि चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री चिन गांग के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि हमारा ध्यान बाकी के मुद्दों को हल करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने पर केंद्रित है। इसके साथ ही हमने एससीओ, जी20 और ब्रिक्स पर भी चर्चा की।
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बता दें कि इससे पहले कहा गया था कि चीन के विदेश मंत्री वर्चुअल तरीके से इस बैठक में शामिल होंगे, लेकिन बीते मंगलवार यानी 2 मई को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO Summit 2023) सम्मेलन में शामिल होने के लिए चिन गांग भारत का दौरा करेंगे। गौरतलब है कि एससीओ के सभी सदस्य भारत, चीन, पाकिस्तान, रूस, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री भौतिक तौर पर इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
वहीं, इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सीएफएम में महासचिव झांग मिंग के साथ बैठक की थी। इसकी जानकारी भी उन्होंने खुद ट्वीट कर दी थी। इस दौरान उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि भारतीय अध्यक्षता सुरक्षित एससीओ के प्रति प्रतिबद्ध है। इसका प्रमुख फोकस स्टार्टअप्स, पारंपरिक चिकित्सा, युवा सशक्तिकरण, बौद्ध विरासत और विज्ञान और प्रौद्योगिकी हैं।