हमें वैचारिक रूप से भाजपा-आरएसएस के शैतानी अभियान से लड़ना चाहिए: सोनिया गांधी
हमारा अपना इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर किसी संगठन को अन्याय और असमानता के खिलाफ सफल होना है, अगर उसे हाशिए पर पड़े लोगों के अधिकारों की प्रभावी रूप से हिमायत करनी है, तो उसे जमीनी स्तर पर एक व्यापक आंदोलन खड़ा करना होगा।;
कांग्रेस पार्टी के महासचिवों और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की आज बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पार्टी के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मौजूद रहे। बैठक में मौजूद महासचिवों, राज्य प्रभारियों और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों से सोनिया गांधी ने कहा, हमें वैचारिक रूप से भाजपा/आरएसएस (BJP-RSS) के शैतानी अभियान से लड़ना चाहिए। अगर हमें यह लड़ाई जीतनी है तो हमें दृढ़ विश्वास के साथ ऐसा करना चाहिए और लोगों के सामने उनके झूठ का पर्दाफाश करना चाहिए।
आईएनसी के मुताबिक, सोनिया गांधी ने कहा कि देश भर के युवा पुरुष और महिलाएं अपनी उम्मीदों को आवाज देने के लिए एक आंदोलन की बाट जोह रहे हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें एक मंच प्रदान करें, जैसा कि हमने पिछली पीढ़ियों के लिए किया है। हमें वैचारिक रूप से भाजपा/आरएसएस के द्वेषपूर्ण अभियान से लड़ना होगा। अगर हमें इस लड़ाई को जीतना है तो हमें दृढ़ विश्वास के साथ ऐसा करके लोगों के सामने उनके झूठ का पर्दाफाश करना चाहिए।
हमारा अपना इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर किसी संगठन को अन्याय और असमानता के खिलाफ सफल होना है, अगर उसे हाशिए पर पड़े लोगों के अधिकारों की प्रभावी रूप से हिमायत करनी है, तो उसे जमीनी स्तर पर एक व्यापक आंदोलन खड़ा करना होगा। जवाबदेही से बचने और हमारे संविधान के मूल मूल्यों को कमजोर करने के लिए मोदी सरकार ने हमारी संस्थाओं को नष्ट करने की कोशिश की है। इसने हमारे लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों पर ही सवाल उठाया है।
हमें हमारे किसान और खेत मजदूर, रोजगार और अवसरों के लिए लड़ने वाले युवा, छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसाय, विशेष रूप से हमारे वंचित भाई और बहनों के लिए अपनी लड़ाई को मजबूत करना होगा, जो इस सरकार की ज्यादतियों के शिकार हैं। हमारा अभियान समाज के सभी वर्गों के साथ व्यापक चर्चा से निकली ठोस नीतियों और कार्यक्रमों पर आधारित होना चाहिए।