LTTE Leader Prabhakaran Alive: आतंकी संगठन LTTE प्रमुख प्रभाकरण के जिंदा होने का दावा, जल्द आएगा सामने

LTTE Leader Prabhakaran Alive: श्रीलंका के आतंकी संगठन लिट्टे के प्रमुख प्रभाकरण के जिंदा होने का दावा किया जा रहा है। प्रभाकरण राजीव गांधी के मौत के लिए जिम्मेदार था। तमिल नेता ने दावा करते हुए कहा कि वह जल्द ही लोगों के बीच आने वाला है। पढ़िए क्या है यह चौंकाने वाला मामला?;

Update: 2023-02-13 10:20 GMT

LTTE Leader Prabhakaran Alive: राजीव गांधी की मौत का जिम्मेदार LTTE प्रमुख प्रभाकरण को लेकर एक बड़ा दावा किया जा रहा है। यह चौंकाने वाला दावा तमिलनाडु के तंजावुर में वर्ल्ड कॉन्फेडरेशन ऑफ तमिल्स के अध्यक्ष पी नेदुमारन द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि श्रीलंका के आतंकी संगठन LTTE के प्रमुख प्रभाकरण अभी जिंदा हैं। वह जल्द ही लोगों के सामने आने वाला है। जबकि श्रीलंका सरकार ने प्रभाकरण को 2009 में ही मृत घोषित कर दिया गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तमिलनाडु के तंजावुर में वर्ल्ड कॉन्फेडरेशन ऑफ तमिल्स के अध्यक्ष पी नेदुमारन ने कहा कि मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं, कि तमिल नेशनल लीडर प्रभाकरण अभी भी जिंदा हैं। मैं यह खुलासा प्रभाकरण के परिवार की सहमति से कर रहा हूं। लिट्टे प्रमुख अभी जीवित और बिल्कुल स्वस्थ हैं। वह जल्द ही लोगों के बीच आएंगे और तमिलों के बेहतर भविष्य के लिए नई योजना की घोषणा करेंगे। अंतरराष्ट्रीय स्थिति और श्रीलंका में राजपक्षे शासन के खिलाफ सिंहली लोगों के शक्तिशाली विद्रोह के चलते लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण के बाहर आने का यह बिल्कुल सही समय है। नेदुमारन ने यह दावा तंजावुर में मुलिवैक्कल मेमोरियल में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा है।

इसके अलावा नेदुमारन ने दुनिया भर में रहने वाले तमिलों से अपील करते हुए कहा कि वे प्रभाकरण को पूरा समर्थन देने के लिए एकजुट हो जाएं। उन्होंने तमिलनाडु सरकार, पार्टियों और जनता से भी प्रभाकरण के साथ खड़े होने का आह्वान किया है। मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए नेदुमारन ने कहा कि वह हमेशा से प्रभाकरन के परिवार के सदस्यों के संपर्क में थे उन्हें यह जानकारी जारी करने के लिए लिट्टे नेता से सहमति मिल चुकी है।

श्रीलंका सरकार ने प्रभाकरण को मृत घोषित किया था

बता दें कि लिट्टे के प्रमुख प्रभाकरन को 17 मई 2009 को श्रीलंका सरकार द्वारा मृत घोषित कर दिया गया था। श्रीलंका सरकार ने कहा था कि जब देश के उत्तरी भाग में श्रीलंकाई सैनिक उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, उसी क्रम में 17 मई 2009 को उसे मारा गया। जिसके अगले दिन उसका शव श्रीलंकाई मीडिया पर दिखाया गया था। इसके एक सप्ताह के बाद LTTE के प्रवक्ता सेल्वारासा पथ्मनाथान ने भी प्रभाकरण के मरने की पुष्टि की थी। उसके करीब दो हफ्ते बाद डीएनए टेस्ट में भी यह बताया गया कि ये शव प्रभाकरन का ही है। इस दौरान प्रभाकरण के बेटे एंथनी चार्ल्स की भी मौत हो गई थी।

Tags:    

Similar News