SSC Scam: कैबिनेट से बाहर होने के बाद अब पार्थ चटर्जी TMC से हुए निलंबित, अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर कसा तंज
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पार्थ चटर्जी को एक ही दिन में दो झटके देते हुए पहले मंत्री पद से हटाया और फिर उसके बाद टीएमसी से भी निलंबित कर दिया।;
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले (Bengal SSC Scam) में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee ) से तृणमूल कांग्रेस (TMC) पहले ही अपना नाता तोड़ चुकी है और गुरुवार को एक तरफ ममता कैबिनेट ने पहले सभी विभागों से पार्थ चटर्जी को हटाया और उसके बाद टीएमसी पार्टी की हुई आपात बैठक में भी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पार्थ चटर्जी को एक ही दिन में दो झटके देते हुए पहले मंत्री पद से हटाया और फिर उसके बाद टीएमसी से भी निलंबित कर दिया। टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पार्थ चटर्जी को पार्टी के महासचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अन्य तीन पदों से हटा दिया गया है। पार्टी ने साफ कहा कि उन्हें जांच तक निलंबित किया गया है और जब तक वह दोष मुक्त नहीं हो जाते हैं, तब तक पार्टी में वापसी नहीं होगी।
टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया है और आज पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया गया। मामले की जांच चल रही है। यदि कोई भी गलत करता है तो टीएमसी उसे नहीं बख्शेगी। पार्टी का भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस होगा। पार्टी ने जांच एजेंसी से कहा कि एक निश्चित समय के दौरान अपनी जांच को पूरा करें। शारदा केस में कुछ भी नहीं हुआ। इस मामले को सिर्फ खींचा गया। जांच की एक समय सीमा होनी चाहिए।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी, जिसके घर से पैसा बरामद हुआ है। वह टीएमसी से नहीं है। हम चाहते हैं कि इस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। टीएमसी एक ऐसी पार्टी है, जिसमें 7 दिनों के भीतर इस मामले में हस्तक्षेप किया है। पार्थ चटर्जी का नाम अभी तक किसी एफआईआर में नहीं है। लेकिन उन्हें सभी पदों से हटाया जा चुका है।
आगे कहा कि मैं सहमत हूं कि भारी मात्रा में पैसा बरामद हुआ लेकिन बैंक घोटाले हर दिन हो रहे हैं। बीजेपी ने क्या कार्रवाई की। नीरव मोदी देश छोड़कर भाग गया। क्या बीजेपी निर्मला सीतारमण को बर्खास्त करेगी। क्या कांग्रेस पार्टी अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करेगी। टीएमसी एक ऐसी पार्टी है जो अपने शब्दों पर चलती है। मैं कह सकता हूं कि यदि पार्थ चटर्जी बीजेपी में दो महीने बाद शामिल होते हैं तो वह संत बन जाएंगे।