Sunday Special: ये हैं छत्तीसगढ़ की 5 सबसे EverGreen घूमने वाली जगह, तीरथगढ़ जलप्रपात देखने जरूर जाए
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में वैसे तो घूमने (5 Best EverGreen Places) के लिए कई जगह हैं, लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं उन 5 जगहों की जहां आप इन जगहों में जाते ही खो जाएंगे।;
Sunday Special: संडे स्पेशल स्टोरी (Sunday Special Stories) हमें हर बार बात होती है नई जानकारी की। यहां हम बात कर रहे हैं, कुछ ऐसे जगहों की जहां आपको जरूर घूमने जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में वैसे तो घूमने (5 Best EverGreen Places) के लिए कई जगह हैं, लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं उन 5 जगहों की जहां आप इन जगहों में जाते ही खो जाएंगे। वैसे तो 2000 में छत्तीसगढ़ नया राज्य बना और ये भारत का 10वां सबसे बड़ा और जनसंख्या के आधार पर 16वां राज्य है। यहां पर विद्युत् और स्टील उत्पन्न सबसे ज्यादा होता है। वहीं ये राज्य अपने इतिहास में कई चीजों को समेटे हुए है। कहते हैं छत्तीसगढ़ को मुख्य रूप से दक्षिण कोसाला ने जान से भी लोग पहचानते हैं। रामायण और महाभारत में इस नाम का जिक्र है। इसका नाम छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ीं देवी मंदिर के नाम से पड़ा, जहां 36 स्तंभ हैं, जहां आपको एक बार तो जरूर जाना चाहिए।
यहां हैं छत्तीसगढ़ की 5 सबसे EverGreen घूमने वाली जगह
1. बरनवापारा अभयारण्य (Barnawapara Sanctuary)
कहते हैं कि रायपुर से 100 किलोमीटर बरनवापारा वन्यजीव अभयारण्य छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। जिसे पशुविहार भी कहा जा सकता है। बरनावापारा अभयारण्य छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है। यहां चार सींग वाले हिरण, बाघ, तेंदुआ, जंगली भैंस, अजगर, हिरण आदि हैं। कई पक्षियों की कई प्रजातियां भी देख सकते हैं।
2. तीरथगढ़ जलप्रपात (Tirathgarh WaterFall)
जगदलपुर से 35 किलोमीटर दक्षिण में यह जलप्रपात है। जो अलग-अलग झरनों में बंटा हुआ है। पहाड़ी के बीच से बहती हुई जहाँ इसकी धारा अपनी पूरी गति से चट्टानों के बीच गिरती है। विभाजन का यह स्थान मनोरम छटा प्रस्तुत करता है। तीरथगढ़ जलप्रपात चित्रकूट जलप्रपात जितना विस्तृत नहीं है। लेकिन यह उससे लगभग थोड़ा छोटा है। वहां एक छोटा सा मंदिर भी है।तीरथगढ़ एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट के नाम से भी जाना जाता है। ये जुलाई से अक्टूबर के बीच घूमने वाली जगह है।
3. कांगेर घाटी राष्ट्रीय पार्क (Kanger Valley National Park)
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान को राज्य में सबसे बड़े जातीय पर्यटन के रूप में मान्यता दिए हुए कई साल हो गए हैं। दो सौ वर्ग किलोमीटर के हरे भरे जंगल को 1982 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला। उस समय इस पार्क में देखने लायक मुख्य स्थान भूमिगत कोटमसर गुफा और तीरथगढ़ जलप्रपात थे। यहां के जंगल पूरे बारह महीने हरे-भरे रहते हैं। सर्दियों के दौरान घूमने के लिए यह सबसे अच्छी जगह है। वनस्पतियों, जंगली जानवरों और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों को यहाँ देखा जा सकता है। जिसमें बाघ, तेंदुआ, जंगली सूअर, हिरण, अजगर आदि शामिल हैं।
4. चित्रकोट जलप्रपात (Chitrakoot Waterfall)
छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में इंद्रावती नदी पर बना चित्रकोट जलप्रपात एक सुंदर जलप्रपात है। इस झरने की ऊंचाई 90 फीट ऊंची है। इस जलप्रपात की विशेषता यह है कि बरसात के दिनों में यह रक्त लाल होता है, तो गर्मी की चांदनी रात में यह पूरी तरह से सफेद दिखाई देता है। चित्रकूट जलप्रपात बहुत ही खूबसूरत है और पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। पेड़ों और विंध्य पर्वतमाला के बीच स्थित इस जलप्रपात से गिरने वाला भारी मात्रा में पानी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। कहा जाता है कि ये रायपुर से 280 किलोमीटर के आसपास है।
5. कैलाश गुफा (Kailash Gufa)
बस्तर एक रहस्यमय भूमि है। जिसमें घने जंगल, सर्पीन घाटियाँ, नदियाँ हैं। कैलाश गुफा इस क्षेत्र की सबसे पुरानी गुफा है। इस गुफा की खोज 1993 को की गई थी। इस गुफा की लंबाई 1000 फीट और गहराई 120 फीट है। मानसून के दौरान कैलाश गुफा को हर साल 16 अक्टूबर से 15 जून तक बंद कर दिया जाता है और उसके बाद इस गुफा को दोबारा से लोगों के लिए खोल दिया जाता है।