रमजान के पवित्र महीने में रोजे रखते वक्त इन बातों का रखें खास ध्यान

रमजान का पवित्र महिना शुरु हो गया है। 30 दिनों तक सभी नियमों का पालन करते हुए रोजा रखा जाएगा। कई बार शुगर तथा अन्य किसी बीमारी के मरीज को इस दौरान स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। ऐसे में यदि सहरी तथा इफ्तार के वक्त कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इन दिक्कतों से बचा जा सकता है।;

Update: 2020-04-27 08:48 GMT

 रमजान का पवित्र महिना शुरु हो गया है। 30 दिनों तक सभी नियमों का पालन करते हुए रोजा रखा जाएगा। कई बार शुगर तथा अन्य किसी बीमारी के मरीज को इस दौरान स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। ऐसे में यदि सहरी तथा इफ्तार के वक्त कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इन दिक्कतों से बचा जा सकता है। दिल की बीमारी, श्वांस, डायबिटीज के रोगी दवा बंद करने के स्थान पर चिकित्सक से सलाह लेकर दवा लेने का समय बदल सकते हैं। यदि कोई गंभीर बीमारी है तो रमजान के पवित्र महीने में सहरी और इफ्तार करते समय कम चिकनाई वाली चाजों का ही सेवन करें। इस दौरान दिनभर खुद को ऊर्जावान महसूस कराने के लिए उच्च-फाइबर वाले आहार जैसे सब्जियों के साथ मल्टीग्रेन रोटी का सेवन करें।

रमजान में शुगर के मरीज का खानपान कैसा होना चाहिए?

जवाब- डायबिटीज में शुगर नियंत्रण के लिए सही खानपान, व्यायाम और दवाइयाें का सेवन प्रमुख है। इफ्तार के समय शुगर के मरीज उच्च वसा या कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन से बचें। आसानी से पचने वाले भोजन से रोजा तोड़ना सही होता है। कुछ खजूर या दूध भी ले सकते हैं। सहरी में आप काम्प्लेक्स शर्करा जैसे साबुत अनाज की चीजें ले सकते हैं, जो पचने में समय लेती है और दिनभर ऊर्जा प्रदान करती है। इस दौरान 8-10 गिलास तक पानी पीना चाहिए। ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। मक्खन या घी से बचना चाहिए।

सवाल- रोजा के वक्त व्यायाम कर सकते हैं?

जवाब- अगर आपको पिछले कुछ दिनों में कोई गंभीर बीमारी हुई हो या शुगर बहुत कम-ज्यादा हो रहा हो, किडनी या दिल के मरीज हैं तो रोजा से परहेज करना चाहिए। स्वस्थ रहने रोजा के दौरान सामान्य व्यायाम किया जा सकता है। तरावीह की नमाज में खुद बहुत सी शारीरिक गतिविधियां होती हैं, जिसे आप व्यायाम में गिन सकते हैं। इफ्तार से पहले व्यायाम से परहेज करें।

सवाल-दवाइयों के सेवन में कैसी सावधानी बरतनी चाहिए?

जवाब- इस समय सबसे महत्वपूर्ण दवाइयों का चुनाव है। रमजान के समय खानपान बदल जाता है, इसीलिए आपको अपने डॉक्टर से सलाह करके अपनी दवाइयों की मात्रा और समय बदलवा लेना चाहिए। वर्तमान में कई दवाइयां और इन्सुलिन हैं जो रोजे के समय आपका शुगर नियंत्रण में रखने में मददगार होगी। डॉक्टर आपके डायबिटीज के स्टेटस के हिसाब से दवाइयों का चयन करते हैं। समय-समय पर शुगर की जांच करते रहें। कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्

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