Turkey-Syria Earthquake: तुर्की में लोगों की जान बचाकर लौटी एनडीआरएफ की टीमें, हुआ भव्य स्वागत
तुर्की और सीरिया में लोगों की जान बचाकर एनडीआरएफ की 47 सदस्यीय टीम, डॉग स्क्वायड के सदस्यों रेम्बो और हनी के साथ भूकंप प्रभावित तुर्की से 10 दिन तक चले बचाव अभियान के बाद शुक्रवार को भारत लौट आई।;
6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद वहां पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। यह विनाशकारी भूकंप अब तक 41000 लोगों को लील गया। इस दौरान तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के चलते अनेक देशों ने अपने यहां से राहत एवं बचाव कार्य के दस्ते को भेजने का ऐलान किया। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन दोस्त के तहत राहत एवं बचाव कार्य के दस्ते को तुर्की के लिए रवाना किया। इसी के साथ एनडीआरएफ की 47 सदस्यीय टीम, डॉग स्क्वायड के सदस्यों रेम्बो और हनी के साथ भूकंप प्रभावित तुर्की से 10 दिन तक चले बचाव अभियान के बाद शुक्रवार को भारत लौट आई।
तुर्की से वापस लौटते वक्त एनडीआरएफ की 47 सदस्यीय टीम का अदनान एयरपोर्ट पर लोगों ने शुक्रिया अदा किया और इस विभिषिका में भारत के द्वारा भेजे गई राहत सामग्री और दवाई व अन्य उपकरणों के लिए जमकर सराहना की। इसी के साथ एनडीआरएफ जवानों का पहला सी-17 ग्लोबमास्टर विमान सुबह 9:00 बजे हिंडन एयरपोर्ट पहुंचा था। जिसके बाद एनडीआरएफ के आला अधिकारियों ने इस टीम का फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया। साथ ही ऑपरेशन दोस्त को कामयाब करने के लिए बधाई दी। एनडीआरएफ के जवान हिंडन एयरपोर्ट से वायु सेना के अधिकारियों से मुखातिब होने के बाद गोविंदपुरम स्थित बटालियन के लिए रवाना हो गए।
तुर्की में भूकंप के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने राहत एवं बचाव के कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी। इसमें सबसे अहम रोल डॉग स्क्वायड का भी रहा। इसी मदद के क्रम में एक 6 साल की छोटी बच्ची को डॉग स्कवायड के रोमियो और जूली ने बचाया। डॉग स्क्वायड की मदद के बिना बच्ची की जान नहीं बच सकती थी।