महाराष्ट्र सरकार फिर से चीनी कंपनियों से बढ़ा सकती है दोस्ती का हाथ, MoU पर आगे हो सकते हैं काम
देश में चीन के प्रति बढ़ता तनाव का माहौल पहले से थोड़ा कम होता दिख रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि भारत और चीन के बीच हालात सुधरने के बाद फिर से चीनी कंपनियों के साथ काम शुरू किया जा सकता है।;
भारत-चीन विवाद के बाद से देश भर में तनाव का माहौल बना हुआ था। अलग-अलग राज्यों में चीनी कंपनियों के प्रति लोगों में रोष देखने को मिल रहा था। कभी पोस्टर के जरिए तो कभी पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था।
हालांकि देश में चीन के प्रति आक्रोश पहले से काफी हद तक कम हो चुका है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार उद्धव ठाकरे ने कहा कि भारत और चीन विवाद के बीच काफी तनाव बढ़ गया था, जो अब हालात सुधर रहे हैं। इस सुधरे हालात को देखते हुए अब फिर से चीनी कंपनियों के साथ काम शुरू किया जा सकता है।
चीनी कंपनियों के तीन प्रोजेक्ट पर लगाई थी रोक
जानकारी के लिए आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही महाराष्ट्र में निवेश के लिए एक सम्मेलन किया गया था। इसमें चीन के तीन कंपनियों के साथ समझौता हुआ था। इसके बाद भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के दौरान महाराष्ट्र सरकार ने चीनी कंपनियों को दिए 5000 करोड़ रुपये के तीन प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी। वहीं, अब के स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार का कहना है कि इस प्रोजेक्ट पर आगे काम किया जा सकता है।
MoU पर आगे बढ़ सकती है बात
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुभाष देसाई ने बताया कि हमने चीनी कंपनियों के साथ किए MoU को रद्द नहीं किया था। इस पर कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी थी। हालांकि अब देश का चीन के साथ हालात सुधर रहे हैं, तो इस स्थिति में इस समझौते पर काम आगे बढ़ाया जा सकता है। बता दें कि लद्दाख के गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से बढ़ते तनाव के बीच बीच रेल मंत्रालय ने एक चीनी कंपनी को दिया ठेका रद्द कर दिया। इसके अलावा सरकार ने BSNL-MTNL को चीनी सामान का उपयोग ना करने की सलाह दी।