sanatan dharma row: 'बीजेपी ने मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया' सनातन धर्म पर विवादित पर बोले उदयनिधि स्टालिन

sanatan dharma row: डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर से सनातन धर्म को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया।;

Update: 2023-12-04 07:16 GMT

Udhayanidhi Stalin On Danatan Dharma: डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री (CM) एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर से सनातन धर्म को लेकर प्रतिक्रिया दी है। डीएमके नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा पर 'सनातन धर्म' पर उनकी टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया है। दरअसल, एक युवा कैडर बैठक को संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने अपने पहले के बयान के कारण हुए हंगामे का जवाब दिया।

‘मेरी टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया’

मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर अपने भाषण को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाते हुए डीएमके नेता ने कहा कि मैंने नरसंहार का आह्वान किया है, लेकिन पीएम ने ऐसी बातें कही जो मैंने नहीं कही हैं। मैंने एक सम्मेलन में भाग लिया और तीन मिनट तक बोला। मैंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के सभी के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है तो भेदभाव खत्म किया जाना चाहिए लेकिन उन्होंने इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया है, बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया है।

डीएमके नेता ने कहा कुछ संतों ने मेरे सिर पर 5-10 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की थी। फिलहाल मामला कोर्ट में चल रहा है और मुझे कोर्ट पर भरोसा है। मुझसे अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा गया, लेकिन मैंने कहा कि मैं माफी नहीं मांग सकता। मैंने कहा कि मैं स्टालिन का बेटा, कलैग्नार का पोता हूं और मैं केवल उनकी विचारधारा का समर्थन कर रहा था।

क्या बोले थे उदयनिधि स्टालिन

बता दें कि सितंबर में उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के उन्मूलन का आह्वान किया, इस दौरान उन्होंने कहा सनातन धर्म सामाजिक न्याय की अवधारणा के साथ असंगत है और इसे 'खत्म' कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से की। उदयनिधि ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में कहा, "सनातन मलेरिया और डेंगू की तरह है और इसलिए इसका विरोध करने के बजाय इसे खत्म किया जाना चाहिए। उनकी टिप्पणी की सत्तारूढ़ भाजपा ने तीखी आलोचना की, पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि स्टालिन का बयान यहूदियों के बारे में हिटलर के विचारों के समान था।

मद्रास उच्च न्यायालय ने लगाई थी फटकार

गौरतलब है कि मद्रास उच्च न्यायालय ने भी उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी के लिए उन्हें कड़ी फटकार लगाई और मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए पुलिस की आलोचना की। हाई कोर्ट ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को विभाजनकारी विचारों को बढ़ावा देने या किसी विचारधारा को खत्म करने का अधिकार नहीं है। हालांकि, उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर अपने रुख को दोहराते हुए कहा कि वह हमेशा इसका विरोध करेंगे, और वह अपने बयान के लिए कानूनी परिणाम भुगतने को तैयार हैं।

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