उमा भारती बोलीं- मणिशंकर अय्यर भारत में पाकिस्तान की मदद से अशांति पैदा करने के लिए लाहौर गए
मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान के लाहौर में एक पैनल चर्चा कार्यक्रम के दौरान एनपीआर और एनआरसी को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह पर टिप्पणी की।;
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान के लाहौर में एनआरसी को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह पर टिप्पणी की। जिस पर अब भाजपा नेता उमा भारती ने प्रतिक्रिया दी है।भाजपा नेता उमा भारती ने कहा है कि मणिशंकर अय्यर एक शिक्षित व्यक्ति हैं जिन्हें विदेशी मामलों का ज्ञान है। इसलिए, वह पाकिस्तान की मदद से, भारत में अशांति पैदा करने के लिए, उचित योजना के साथ वहां (लाहौर) गए। उमा भारती ने आरोप लगाया कि हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करके कांग्रेस 1947 जैसी स्थिति पैदा कर रही है।
BJP leader Uma Bharti on Mani Shankar Aiyar: He is an educated man with knowledge of foreign affairs. So, he went there (Lahore) with proper planning, to create unrest in India, with help from Pakistan. Congress is creating situation like 1947 by dividing Hindus & Muslims. https://t.co/ublnLoncXE pic.twitter.com/Gtqbihogq2
— ANI (@ANI) January 15, 2020
मणिशंकर अय्यर ने लाहौर में की ये टिप्पणी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते सोमवार को मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान के लाहौर में एक पैनल चर्चा कार्यक्रम के दौरान एनपीआर और एनआरसी को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह पर टिप्पणी की।
मणिशंकर अय्यर ने दावा किया था कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच एनपीआर और एनआरसी के मुद्दे पर दरार है। दोनों (पीएम मोदी और अमित शाह) देश में 'हिन्दुत्व' का चेहरा हैं। मणिशंकर अय्यर ने यह बात भारत की छवि को लेकर अपने विचार रखते हुए कही। इस दौरान पैनल चर्चा कार्यक्रम में पत्रकार नजम सेठी भी मौजूद थे।
सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए
मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर बीते मंगलवार को नई दिल्ली में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा था कि भाजपा ने 'सबका साथ, सबका विकास' के वादे पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्होंने 'सबका साथ, सबका विनाश' किया। आगे अय्यर ने यही यह भी कहा था कि जो भी कुर्बानियां देनी हों उसमें मैं भी शामिल होने के लिए तैयार हूं, अब देखना है कि किसके हाथ मजबूत हैं हमारे या उस कातिल के..