किसान सफेद झूठ को पहचाने, जमीन छिनने का काल्पनिक झूठ फहलाया जा रहा: कृषि मंत्री
केंद्र सरकार द्वारा लाये गये नये कृषि कानूनों को लेकर किसानों में विरोध है। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को 8 पन्ने का पत्र लिखकर उनकी शंकाओं को दूर करने का प्रयास किया है।;
राजधानी दिल्ली समेत देश भर में नया कृषि कानून चर्चा का विषय बना हुआ है। करीब पिछले 21 दिनों से नए कृषि कानून को लेकर दिल्ली के आसपास किसान धरने पर हैं। जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। इसके अलावा उनके विभिन्न जरूरी काम रुक गए हैं। सरकार के नुमाइंदों व किसान नेताओं के बीच मामले को लेकर कई दौर की बातचीत भी अब तक बेनतीजा रही है। जारी इस गतिरोध के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान भाइयों व बहनों के नाम 8 पन्ने का पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने किसानों की शंकाओं को दूर करने के साथ ही विपक्ष का मोहरा न बनने की सलाह भी दी।
कृषि मंत्री ने पत्र के माध्यम से कहा कि किसान भाइयों को इस नये कृषि कानून को लेकर भ्रम है। जिसे दूर करना उनका दायित्व है।कृषि मंत्री ने कहा कि किसान भाइयों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने 1962 के युद्ध में देश की विचारधारा का विरोध किया था। वही लोग आज किसानों को पर्दे के पीछे से गुमराह कर रहे हैं। मंत्री ने आरोप लगाया कि आज वे लोग फिर से 1962 की भाषा बोल रहे हैं। मंत्री ने पत्र में लिखा कि विभिन्न लोग किसानों के बीच लगातार नये कृषि कानूनों को लेकर झूठ फैला रहे हैं। वहीं मंत्री ने अपील की है कि किसानों को उनकी बातों में नहीं उलझना चाहिए। कृषि मंत्री की ओर से पत्र के माध्यम से कृषि कानूनों पर फैलाए गए झूठ पर सफाई भी दी गई है। जानकारी के अनुसार कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने यह पत्र गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक करने के बाद लिखा है।