PM के अमेरिकी दौरे को Hardeep Singh Puri ने बताया ऐतिहासिक, विपक्षी दलों की बैठक पर साधा निशाना

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Union Minister Hardeep Singh Puri) ने पीएम मोदी (PM Modi) के अमेरिकी दौरे (US Visit) को ऐतिहासिक बताया। साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि 2016 में 13वें नंबर पर रही हमारी इकोनॉमी 2023 में पांचवें नंबर पर पहुंच गई। पढ़ें पूरी खबर...;

Update: 2023-06-26 13:14 GMT

PM Modi US Visit: केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का अमेरिकी दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। दुनिया में बहुत कम नेता ही होंगे, जिन्होंने अभी तक अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया है। यह हम भारतीयों के लिए गर्व की बात है। हरदीप सिंह पुरी ने आगे कहा कि पीएम मोदी जब अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित कर रहे थे, तब उन्हें पूरी दुनिया सुन रही थी। पीएम ने अपने भाषण के जरिए जो संदेश दिया है, उससे कई चीजें बाहर निकलकर आएगी। आने वाले दिनों में अमेरिका बेंगलुरु (Bengaluru) और हैदराबाद (Hyderabad) में दो वाणिज्यिक दूतावास (Consulate) खोलेगा।

हरदीप सिंह पुरी ने आगे कहा कि 2016 में जब पीएम मोदी अमेरिका गए थे, उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) 10वें नंबर पर थी। अब 2023 में जब मोदी अमेरिका गए, तो भारत की अर्थव्यवस्था 5वें नंबर पर पहुंच गई। आने वाले समय में भारत जल्द ही तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगा। पीएम के अमेरिकी दौरे का महत्व तब पता चलेगा, जब ज्वाइंट स्टेटमेंट का विश्लेषण होगा। अमेरिका में पीएम मोदी के ऑटोग्राफ के लिए कई कंपनियों के सीईओ (CEO), उद्योगपति (Industrialist) और अमेरिकी कांग्रेस (US Congress) के कई नेता लाइन में खड़े थे। इससे उनकी लोकप्रियता (Popularity) का पता चलता है।

Also read: एकदिवसीय दौरे पर Jammu पहुंचे Rajnath Singh, बोले- भारत में विलय चाहता है POK

विपक्षी दलों का अपना एजेंडा- हरदीप सिंह पुरी

23 जून को पटना (Patna) में हुई विपक्षी दलों की बैठक (Opposition Meeting) पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पटना की बैठक में शामिल हुई सभी पार्टियों का अपना-अपना एजेंडा है। ममता चाहती हैं कि पूरा सपोर्ट उन्हें मिले। अखिलेश चाहते हैं कि पूरा सपोर्ट उन्हें मिले। इसी तरह नीतीश, तेजस्वी, उद्धव, पवार, स्टालिन भी अपना-अपना एजेंडा चलाना चाहते हैं। दूसरी तरफ केजरीवाल का कहना है कि कांग्रेस अध्यादेश पर सपोर्ट करें, नहीं तो मैं विपक्षी एकता की मुहिम से बाहर निकल जाऊंगा।

Also read: विदेशी दौरे से लौटे प्रधानमंत्री मोदी, यहां जानिए कितना खास रहा पीएम का दो देशों का दौरा 

Tags:    

Similar News