JNU में PM मोदी पर BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री दिखाने पर बवाल, जमकर चले पत्थर, कई घायल

जेएनयू प्रबंधन ने विश्वविद्यालय में बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री को न दिखाने की अपील की थी। बावजूद इसके स्टूडेंट्स यूनियन इस डॉक्यूमेंट्री को दिखाने पर अड़े थे। जानिये पूरी रात क्या हुआ बवाल...;

Update: 2023-01-25 02:48 GMT

दिल्ली की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर बीती रात जबरदस्त बवाल हुआ। स्टूडेंट्स यूनियन का आरोप है कि यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने बिजली काट दी ताकि इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग न हो सके। यही नहीं, स्टूडेंट यूनियन ने यह भी आरोप लगाया कि जब छात्र मोबाइल पर यह डॉक्यूमेंट्री देख रहे थे तो कुछ लोगों ने उन पर पथराव कर दिया। JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष ने तो सीधे इस पथराव के पीछे ABVP का हाथ बताया है। उन्होंने कहा है कि हमने 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेएनयू प्रबंधन ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को न दिखाने की अपील की थी। कहा था कि इस डॉक्यमेंट्री को दिखाने से हिंसा भड़क सकती है और माहौल भी खराब हो सकता है। प्रबंधन की इस अपील के बावजूद स्टूडेंट्स यूनियन ने इस डॉक्यूमेंट्री को छात्रों को दिखाने का फैसला किया था। बताया जा रहा है कि जब डॉक्यमेंट्री दिखाने का वक्त आया तो अचानक बिजली गुल हो गई। इससे स्टूडेंट भड़क गए और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद कुछ छात्रों ने मोबाइल पर डॉक्यूमेंट्री देखनी शुरू कर दी। आरोप है कि मोबाइल पर डॉक्यूमेंट्री देखने वाले छात्रों पर अचानक पथराव शुरू हो गया। यह पत्थर किसने फेंके, यह स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष ने इसके पीछे ABVP का हाथ बताया है।

उन्होंने कहा कि हमने 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे तहकीकात करेंगे। उन्होंने बताया कि पथराव में घायल लोग इलाज के बाद पुलिस स्टेशन में अपना बयान देंगे। इसके अलावा जेएनयू प्रशासन से भी हम कल शिकायत करेंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि ABVP ने पत्थराव किया, लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा कोई कदम नही उठाया गया। उन्होंने कहा कि हमने फिल्म की स्क्रीनिंग लगभग पूरी कर ली है। अब यहां बिजली बहाल की जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम अभी प्रदर्शन रोक रहे हैं, लेकिन पुलिस से आग्रह है कि निष्पक्ष जांच कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उधर, विवि प्रबंधन का कहना है कि तकनीकी खामी के चलते बिजली गुल हो गई थी। इस समस्या को सुधारने का प्रयास जारी है। 

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