यूवी किरणों से सब्जी-फाइल होंगे कोरोना मुक्त, छात्र ने महज एक हजार रुपये में बनाया डिसइनफेक्टेंट चेंबर
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के युवा ने जीवाजी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इन्वायरमेंटल साइंसेस के सहयोग से अल्ट्रा वायलेट (यूवी) डिसइनफेक्टेंट चेंबर बनाया है। यह चेंबर घरों में सब्जियां, मास्क पेपर, पैक्ड फूड व अन्य प्रकार के किसी भी सामान से संक्रमण खत्म करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।;
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के युवा ने जीवाजी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इन्वायरमेंटल साइंसेस के सहयोग से अल्ट्रा वायलेट (यूवी) डिसइनफेक्टेंट चेंबर बनाया है। यह चेंबर घरों में सब्जियां, मास्क पेपर, पैक्ड फूड व अन्य प्रकार के किसी भी सामान से संक्रमण खत्म करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। यह चेंबर कार्यालयों में फाइलों से संक्रमण दूर करने, बैंक में रुपयों के लेनदेन से होने वाले संक्रमण को दूर करने के उपयोग में लाया जा सकता है।
इसको बनाने का तरीका आसान है और सबसे छोटा चेंबर मात्र एक हजार रुपए में तैयार हो सकता है। इस चेंबर को भोपाल के रहने वाले रिसर्चर एम विश्वनाथ ने एचओडी व जीवाजी विवि के गाइड डॉ. हरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में तैयार किया है। रिसर्चर एम विश्वनाथ ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से सबक लेते हुए यूवी सैनिटाइजर चेंबर को बनाया गया है।
इस तरह से बनाया गया है चेंबर
इसमें विशेष वेवलेंथ वाला यूवी प्रकाश स्रोत का उपयोग किया गया है, जो कुछ सेकंड के अंदर किसी भी सूक्ष्म जीव के डीएनए को खत्म कर सकता है। इसे बनाने के लिए एक विशेष लंबाई चौड़ाई वाले कार्डबोर्ड ड्राइंग शीट एवं अल्मुनियम फॉयल का प्रयोग किया गया है। चेंबर की लागत कम होने के बावजूद उपयोगिता काफी अधिक है।
यूवी किरणों से बचने के लिए सप्लाई बंद करना होगा
इस चेंबर को अपने उपयोग के अनुसार बड़ा या छोटा साइज देकर तैयार किया जा सकता है। इसके उपयोग में अल्ट्रा वायलेट किरणों से सावधानी बरतना जरूरी है। चेंबर को खोलने से पहले बिजली की सप्लाई बंद कर उसमें सामान रखा जाए। उसके बाद उस चेंबर को पूरी तरह से बंद कर ही बिजली चालू की जाना चाहिए। यह प्रक्रिया सामान निकालते समय भी करना होगा। ताकि अल्ट्रा वायलेट किरणें मानव शरीर में न पड़ें।