Violence In Bengal : असम के बाद नंदीग्राम पहुंचे राज्यपाल धनखड़, सीएम ममता पर निशाना साध मांगी 'सुरक्षा'
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बीते शुक्रवार को असम का दौरा करके रणपगली कैंप में रह रहे बंगाल हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की थी। आज वो नंदीग्राम में चुनाव उपरांत हिंसा के पीड़ितों से मिलने पहुंचे। बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में उनका स्वागत किया।;
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव उपरांत हिंसा (West Bengal Post Election Violence) को लेकर चल रही तेज सियासत के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankhar) ने आज नंदीग्राम (Nandigram) पहुंचकर हिंसा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को न्याय का भरोसा दिलाया। साथ ही सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) पर निशाना साधने से भी नहीं चूके। राज्यपाल ने सीएम ममता से कोविड-19 और हिंसा प्रभावित लोगों पर जल्द से जल्द ध्यान देने की अपील की।
इससे पूर्व नंदीग्राम पहुंचने पर बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ का स्वागत किया। राज्यपाल धनखड़ ने नंदीग्राम में हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद कहा कि हम ऐसे ज्वालामुखी पर बैठे हैं, जिसकी वजह से लोगों को घर छोड़ना पड़ रहा है। प्रदेश आज चुनाव उपरांत हुई हिंसा और कोरोना महामारी के चलते गंभीर संकट की स्थिति से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस स्थिति पर पूरी गंभीरता से ध्यान देंगी और हिंसा पीड़िता के लिए पुनर्वास, आर्थिक मदद और सुरक्षा का इंतजाम करेंगी। हमें विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा।
राज्यपाल के दौरे पर टीएमसी भड़की
राज्यपाल जगदीप धनखड़ के चुनाव उपरांत हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने से तृणमूल कांग्रेस भड़की है। टीएमसी का आरोप है कि राज्यपाल केवल राजनीति कर रहे हैं। वे केवल बीजेपी कार्यकर्ताओं के ही घर जा रहे हैं। बता दें कि सीएम ममता बनर्जी ने भी पिछले दिनों आरोप लगाया था कि बीजेपी बंगाल चुनाव के नतीजे स्वीकार नहीं कर पा रही है और इसके चलते ही प्रदेश की छवि को खराब करके दिखाने का प्रयास किया जा रहा है।
कल किया था असम का दौरा
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बीते शुक्रवार को असम (Assam) का दौरा करके रणपगली (Ranpagli) कैंप में रह रहे बंगाल के लोगों से मुलाकात की थी। दावा है कि ये लोग चुनाव उपरांत हिंसा के चलते बंगाल से पलायन कर असम में शरण लेने को मजबूर हुए हैं। राज्यपाल ने असम से भी ममता बनर्जी पर तीखा प्रहार किया था। बंगाल में चुनावी हिंसा के लिए सीधे-सीधे सीएम ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री का व्यवहार उचित नहीं था। यह लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ था।