आंध्र प्रदेश में TDP और YSR कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प, गाड़ियों में लगाई आग, धारा 144 लागू
आंध्र प्रदेश के पालनाडु जिले में तेलुगु देसम पार्टी और YSR कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई है। दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प को बढ़ता देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को काबू किया। वहीं घटना की स्थिति को देखते हुए फिलहाल यहां धारा 144 लगा दी गई है।;
आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के पालनाडु जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां तेलुगु देसम पार्टी (TDP) और YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई है। दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प को बढ़ता देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को काबू किया। घटना पालनाडु जिले के माचेरला इलाके में हुई है। घटना की स्थिति को देखते हुए फिलहाल यहां धारा 144 लगा दी गई है।
बता दें कि आंध्र प्रदेश के पालनाडु जिले के माचेरला गांव में कांग्रेस पार्टी (YSRCP) सरकार के खिलाफ तेलुगु देसम पार्टी (TDP) के कार्यकर्ता रैली करने जा रहे थे। इसी दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता की एक-दूसरे से भिड़त हो गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस हिंसक झड़प में दोनों पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई हैं। इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने कई गाड़ियों में भी आग लगा दी।
दोनों पार्टियों के बीच हुई हिंसक झड़प की जानकारी मिलते ही पुलिस भी बड़ी संख्या में घटनास्थल पहुंच गई है। हिंसा की घटना को बढ़ता देख पुलिस ने बल प्रयोग भी किया है। इस घटना के कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं। वीडियो में लोग एक-दूसरे पर लाठी डंडे बरसाते हुए दिख रहे हैं। हालांकि, इस घटना को लेकर पुलिस का कहना है कि इसमें शामिल कुल 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पलनाडु के एसपी वाई रवि शंकर रेड्डी ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण कर ली गई है और शहर में धारा 144 भी लागू कर दी गई है।
दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा रही हैं। TDP का कहना है कि YSRCP के कार्यकर्ताओं ने उनके ऑफिस और नेताओं की गाड़ी में आग लगाई, जबकि कांग्रेस पार्टी का कहना है कि इस झड़प में TDP के कार्यकर्ताओं ने घटना को अंजाम दिया है। वहीं TDP प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना को लेकर पुलिस पर सवाल उठाया है उन्होंने गंटूर डीआईजी से पूछा कि माचेरला में इतने गंभीर हालात हो गए, तो पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की ?