हमें उम्मीद है चीन से अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी, आम सहमति पर पहुंचेंगे: सेना प्रमुख
हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी और हम इस बात पर आम सहमति पर पहुंचेंगे। धीरे-धीरे सभी संघर्ष बिंदु हल हो जाएंगे।;
भारत-चीन सीमा (India China Border) पर गतिरोध की स्थिति पर लद्दाख में सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Army chief General Manoj Mukund Naravane) ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है। हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी और हम इस बात पर आम सहमति पर पहुंचेंगे। धीरे-धीरे सभी संघर्ष बिंदु हल हो जाएंगे। मेरा दृढ़ मत है कि हम अपने मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझा सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि हम परिणाम हासिल करने में सक्षम होंगे।
सेना प्रमुख ने आगे कहा कि हम चीन की सभी गतिविधियों पर नियमित रूप से नजर रख हुए हैं। हम किसी भी तरह के खतरे का मुकाबला करने के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सैनिकों के मामले में भी समान विकास कर रहे हैं। फिलहाल, हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
चीनियों ने हमारे पूर्वी कमान तक पूरे पूर्वी लद्दाख और उत्तरी मोर्चे पर काफी संख्या में तैनाती की है। निश्चित रूप से अग्रिम क्षेत्रों में उनकी तैनाती में वृद्धि हुई है जो हमारे लिए चिंता का विषय बना हुआ है। सेना प्रमुख ने K-9 VAJRA स्व-चालित तोपखाने के प्रदर्शन पर कहा कि ये तोपें ऊंचाई वाले इलाकों में भी काम कर सकती हैं, फील्ड ट्रायल बेहद सफल रहे हैं। हमने अब एक पूरी रेजिमेंट जोड़ ली है, यह वास्तव में मददगार होगा।
10 दिनों में 2 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन
फरवरी से जून के अंत तक पाक सेना द्वारा कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं किया गया था। लेकिन हाल ही में घुसपैठ के प्रयासों में वृद्धि हुई है जो संघर्ष विराम उल्लंघन द्वारा समर्थित नहीं थे। 10 दिनों में 2 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हो चुका है। स्थिति फरवरी से पहले के दिनों में वापस आ रही है। हमने हर हफ्ते होने वाले हॉटलाइन संदेशों और डीजीएमओ स्तर की वार्ता के माध्यम से अवगत कराया है कि उन्हें पाकिस्तान आतंकवाद से संबंधित किसी भी गतिविधि को समर्थन नहीं देना चाहिए।