ममता सरकार की बढ़ीं रही मुसीबतें, टीएमसी के एक और विधायक ने दिखाए बागी तेवर
जितेंद्र तिवारी ने राज्य सरकार के खिलाफ बागी तेवर अपनाते हुए मंत्री फिरहाद हाकीम को पत्र लिखा है। जितेंद्र तिवारी ने पत्र में लिखा है कि हमारे शहर (आसनसोल) को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत केंद्र सरकार द्वारा चुना गया था।;
पश्चिम बंगाल में साल 2021 में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में अभी से ही सियासी हलचलें शुरू हो गई हैं। इसी बीच सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पार्टी के भीतर बागी तेवर अपनाने वालों की संख्या भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
इसमें पार्टी के कई मंत्री और विधायक शामिल हैं। इसी दौरान पार्टी के विधायक और आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन जितेंद्र तिवारी ने अपने बयानों से राज्य की सियासी सरगर्मी को बढ़ाने की कोशिश की है।
जितेंद्र तिवारी ने राज्य सरकार के खिलाफ बागी तेवर अपनाते हुए मंत्री फिरहाद हाकीम को पत्र लिखा है। जितेंद्र तिवारी ने पत्र में लिखा है कि हमारे शहर (आसनसोल) को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत केंद्र सरकार द्वारा चुना गया था। लेकिन राजनीतिक वजहों से ममता सरकार के द्वारा हमें इसकी सुविधा का लाभ लेने से वंचित रखा गया।
चुनाव में बचा है 6 महीने से भी कम समय
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अब 6 महीने से भी कम का समय बचा है। ऐसे में वरिष्ठ नेताओं में बढ़ती नाराजगी और बागी रुख से चिंतित ममता सरकार में मंत्री राजीब बनर्जी को मनाने का प्रयास किया गया।
बीते रविवार को बातचीत के जरिए पार्टी से नाराज चल रहे बनर्जी के मतभेदों को दूर करने का प्रयास किया गया। वहीं बीते नवंबर महीने कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले नेता शुभेंदु अधिकारी की करीबी को पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है।
तृणमूल कांग्रेस के कई नेता ममता बनर्जी पर लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी क्रम में पूर्वी मिदनापुर जिले से नेता कनिष्का पांडा के लगातार पार्टी विरोधी टिप्पणी करने के बाद उन्हें रविवार को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।