देश में कोरोना संकट के बीच नई मुसीबत, ब्लैक से ज्यादा खतरनाक है व्हाइट फंगस, इन अंगों को करता है प्रभावित

करोना संकट के बीच आए ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के अलावा अब देश में व्हाइट फंगस ने चिंता बढ़ा दी है। हमरो से मिली जानकारी के अनुसार पटना में इस नए फंगल इंफेक्शन के कुछ मामले सामने आए हैं।;

Update: 2021-05-21 03:58 GMT

भारत इस समय कोरोना वायरस से जूझ रहा है। इसी बीच देश में एक और नई मुसीबत आ गई है। करोना संकट के बीच आए ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के अलावा अब देश में व्हाइट फंगस ने चिंता बढ़ा दी है। हमरो से मिली जानकारी के अनुसार पटना में इस नए फंगल इंफेक्शन के कुछ मामले सामने आए हैं। बता दें कि पंजाब, राजस्थान समेत कई राज्यों ने पहले ही ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है। ऐसे में व्हाइट फंगस के नए मामलों ने सरकारी और मेडिकल स्तर पर चिंता और बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि ब्लैक फंगस से ज्यादा व्हाइट फंगस घातक है।

व्हाइट फंगस के लक्षण

खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, डॉक्टरों का कहना है कि इस दुर्लभ फंगल बीमारी के लक्षण कोरोना वायरस संक्रमण की तरह ही हैं। क्योंकि व्हाइट फंगस सीधे फेफड़ों पर हमला करता है। इस बीमारी का पता एचआरसीटी टेस्ट कर भी लगाया जा सकता है। जिन व्यक्तियों में इम्यूनिटी पावर कम है वह इस फंगस के ज्यादा शिकार हो सकते हैं या उन्हें खतरा ज्यादा है। इसके अलावा डायबिटीज जैसी बीमारियों या लंबे समय से स्टेरॉयड ले रही मरीजों को व्हाइट फंगस का शिकार होने की संभावना ज्यादा है। यह फंगस केवल फेफड़े ही नहीं, बल्कि नाखून, त्वचा, पेट, किडनी, दिमाग, निजी अंग और मुंह को भी प्रभावित करता है!

इस तरह चला व्हाइट फंगस के बारे में पता!

रिपोर्ट के अनुसार, पीएमसीएच में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉक्टर एसएन सिंह के हवाले से बताया गया है, 4 मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे थे। पर उनकी हर जांच नेगेटिव आ रही थी। डॉक्टर ने बताया कि मरीजों की गहन जांच करने पर पता चला कि वे व्हाइट फंगस का शिकार हो गए हैं। मरीज फिलहाल स्वस्थ हैं और उन्हें एंटी-फंगल दवाएं दी गई हैं।

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