World Environment Day 2020: प्रकाश जावड़ेकर ने बताया राजस्थान में 300 लोगों ने क्यों दिया बलिदान
प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा कि हमारे यहां ग्रामीण इलाकों में तो जंगल हैं लेकिन शहरी इलाकों में बहुत जंगल नहीं हैं।;
World Environment Day 2020 (विश्व पर्यावरण दिवस 2020) के मौके पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि भारत की संस्कृति इस तरह की है कि पेड़ न कटें इसके लिए राजस्थान में 300 लोगों ने बलिदान दिया था। प्रकृति के साथ हमारा जीवन है। पेड़, प्राणी, जलचर, वनचर, पशु, पक्षी दुनिया की सब प्रजातियां हमारे जीवन का हिस्सा हैं।
प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा कि हमारे यहां ग्रामीण इलाकों में तो जंगल हैं लेकिन शहरी इलाकों में बहुत जंगल नहीं हैं। हमने आज अपने 200 निगम शहरों में 'शहरी वन कार्यक्रम (अर्बन फोरस्ट प्रोग्राम)' लॉन्च करने का फैसला किया है। भारत दुनिया की 8% जैव विविधता का संरक्षण करने में सक्षम है। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। भारत यह साबित करने में सक्षम रहा है कि यहां एक ऐसा देश है जो बाधाओं के बावजूद संरक्षण कर सकता है।
India has been able to preserve 8% of world's biodiversity. This is no small feat. India has been able to prove that here is a country that can preserve despite constraints: Minister of Environment, Forest and Climate Change Prakash Javadekar on #EnvironmentDay2020 pic.twitter.com/o6VCJnhjop
— ANI (@ANI) June 5, 2020
विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का उद्देश्य
विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है। इस साल 2020 में 47वां विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस की शुरूआत पर्यावरण की सुरक्षा और उसके संरक्षण के लिए किया गया था।
विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के पीछे यह उद्देश्य है कि लोगों को इस बारे में जागरूक किया जा सके कि आखिर क्यों पर्यावरण की सुरक्षा जरूरी है। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पूरी दुनिया में अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इन कार्यक्रमों के दौरान पौधरोपण किए जाते हैं और साथ ही पर्यावरण को कैसे संरक्षित रखना है, इस बारे में विचार-विमर्श होता है।