बकरीद ईद (Bakrid Eid) दुनिया भर में मुसलमानों (Muslim) द्वारा मनाए जाने वाला सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। ईद-उल-अजहा के रूप में भी जाना जाता है। यह त्योहार 12 अगस्त आज मनाया जा रहा है। इस दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है। इसे बलिदान का त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि यह पैगंबर इब्राहिम की अपने समर्पण और अल्लाह के प्रति समर्पण दिखाने के लिए बलिदान करने की इच्छा को याद करता है।कुरान और इस्लामिक परंपराओं के अनुसार, अल्लाह के आदेश पर अपने इकलौते बेटे पैगंबर इस्माइल को बलिदान करने के लिए दो बार आदेश देकर पैगंबर इब्राहिम की परीक्षण ली थी। बकरीद पर बकरे से तीन हिस्से किये जाते हैं। एक घर के लिए, एक रिश्तेदारों के लिए और एक गरीबों के लिए। ईद-अल-अजहा या ईदुल अजहा की तारीख हर साल इस्लामी चंद्र कैलेंडर के कारण बदलती रहती है। और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
बकरीद ईद (Bakrid Eid) दुनिया भर में मुसलमानों (Muslim) द्वारा मनाए जाने वाला सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। ईद-उल-अजहा के रूप में भी जाना जाता है। यह त्योहार 12 अगस्त आज मनाया जा रहा है। इस दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है। इसे बलिदान का त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि यह पैगंबर इब्राहिम की अपने समर्पण और अल्लाह के प्रति समर्पण दिखाने के लिए बलिदान करने की इच्छा को याद करता है।कुरान और इस्लामिक परंपराओं के अनुसार, अल्लाह के आदेश पर अपने इकलौते बेटे पैगंबर इस्माइल को बलिदान करने के लिए दो बार आदेश देकर पैगंबर इब्राहिम की परीक्षण ली थी। बकरीद पर बकरे से तीन हिस्से किये जाते हैं। एक घर के लिए, एक रिश्तेदारों के लिए और एक गरीबों के लिए। ईद-अल-अजहा या ईदुल अजहा की तारीख हर साल इस्लामी चंद्र कैलेंडर के कारण बदलती रहती है। और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App