मौलवियों का एक बड़ा फैसला, कहा- ''शौचालय नहीं तो निकाह नहीं''

जिन घरों में टॉयलेट नहीं होंगे उस घर में बेटी नहीं दी जाएगी।;

Update: 2017-02-19 00:00 GMT
नई दिल्ली. शौचालय नहीं तो शादी नहीं की तर्ज पर शौचालय नहीं निकाह नहीं नाम से एक मिशन बन चुका है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मौलवियों और मुफ्तियों ने फैसला किया है कि वे ऐसे घरों के लड़कों का निकाह नहीं कराएंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं। ऐसे में जिन घरों में टॉयलेट नहीं होंगे उस घर में बेटी नहीं दी जाएगी। मुस्लिम समुदाय के लिए यह अपने आप में एक बड़ा फैसला हो सकता है। 
 
जमीयत उलमा ए हिन्द के महासचिव मौलाना महमूद ए मदनी ने कहा कि तीन राज्यों में शौचालय की शर्त को मुसलमानों की शादी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है और इसे जल्द ही देश के अन्य सभी राज्यों में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के मौलवियों तथा मुफ्तियों ने फैसला किया है कि वे ऐसे मुस्लिम लड़कों का निकाह नहीं कराएंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं।
 
यह भी पढ़ें- इस स्कूल में पढ़ने के लिए आ सकती हैं सिर्फ 'दादी-नानी'
 
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व राज्यसभा सदस्य मदनी ने यह बात पिछले हफ्ते यहां खानापाड़ा में स्वच्छता पर आयोजित असम सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि देशभर में सभी धर्मों के धार्मिक नेताओं को फैसला करना चाहिए कि वे उन लड़कों की शादी नहीं कराएंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं।
 
यह भी पढ़ें- 48 घंटे के भीतर बना डाले साढ़े चार हजार से ज्याद टॉयलेट
 
स्वच्छता पर जोर देते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि वे शौचालयों का इस्तेमाल करें और न सिर्फ असम को, बल्कि समूचे देश को स्वच्छ बनाएं।
 
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्‍ट पर-

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App 

Tags:    

Similar News