Bank of Baroda को इस तिमाही में 864 करोड़ रुपये का हुआ घाटा, यह है बड़ी वजह

आकस्मिक खर्च और फंसे कर्ज के लिए ऊंचे प्रावधान की वजह से बैंक को एकल आधार पर हुआ 864 करोड़ रुपये का घाटा।;

Update: 2020-08-12 10:54 GMT

देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा को चालू वित्त वर्ष की 30 जून को समाप्त तिमाही में एकल आधार पर 864 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। जबकि पिछले वित्त वर्ष में लगभग बैंक ने इतना ही नहीं लाभ कमाया था। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दौरान भी यह बैंक खुला रहा, इसके बावजूद बडा घाटा आने से मार्केट में भी सभी हैरान है। हालांकि इसकी वजह लगातार ब्याज दर घटना भी है।

दरअसल, पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक ऑफ बडौदा ने करीब 710 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बैंक द्वारा शेयर बाजार को दी गई जानकरी में बैंक ने कहा कि (Emergency Expenses) आकस्मिक व्यय और फंसे कर्ज के लिए ऊंचे प्रावधान के चलते उसे एकल आधार पर 864 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। वहीं अगर इसे एकीकृत आधार पर देखा जाये तो यह 679 करोड़ रुपये का घाटा है। समीक्षावधि में बैंक की ब्याज से (Bank Income) आय 2.38 प्रतिशत घटकर 18,494 करोड़ रुपये रह गई है।

वहीं इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में यह 18,944 करोड़ रुपये थी। इस दौरान बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान और आकस्मिक व्यय 71.32 प्रतिशत बढ़कर 5,628 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 3,285 करोड़ रुपये था। समीक्षावधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (NPA) उसके सकल ऋण का 9.39 प्रतिशत रहीं। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह अनुपात 10.28 प्रतिशत था। इसके साथ ही बैंक का शुद्ध एनपीए 2.83 प्रतिशत रहा है। जो पिछले साल इसी तिमाही में 3.95 प्रतिशत था।

Tags:    

Similar News